प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज का हाल : 210 आवेदनों में सिर्फ 58 कोरोना योद्धाओं के परिजन को ही मिल सकी बीमा राशी
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज का हाल : 210 आवेदनों में सिर्फ 58 कोरोना योद्धाओं के परिजन को ही मिल सकी बीमा राशी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के अंतर्गत स्वास्थ्य व्यवस्था में काम करने वाले डॉक्टर्स, नर्से, आशा वर्कर्स जैसे कोरोना योद्धाओं के लिए 50 लाख रुपए का बीमा कवच दिया गया है। बीते 28 अप्रैल तक इस बीमा लाभ के लिए महाराष्ट्र से 210 आवेदन भेजे गए थे, जिसमें से केवल 58 मामलों में बीमा की रकम दी गई है। यानी कोरोना के चलते अपनी जान गवाने वाले केवल 27 फीसदी कोरोना योद्धाओं के परिजनों को अभी तक बीमा लाभ मिल सका है। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी के अनुसार 28 अप्रैल 2021 तक महाराष्ट्र सरकार ने कुल 210 आवेदन केंद्र सरकार को भेजे हैं। इमें सिर्फ 58 मामलों में बीमा की रकम दी गई है। सिर्फ 27% कोविड योद्धाओं के परिजनों को बीमा की रकम मिली है
पुणे जिला से सबसे ज्यादा यानी 47 आवेदन और मुंबई मनपा (बीएमसी) ने कुल 38 आवेदन भेजे हैं। फिलहाल पुणे जिले के सिर्फ तीन आवेदनों को मान्यता मिली है और मुंबई के 22 आवेदनों का निपटारा हो चुका है।
19 में से सिर्फ 10 डॉक्टर्स के परिजनों के आवेदन मंजूर हुए हैं। बीएमसी ने सिर्फ एक ही डॉक्टर के बीमा क्लेम के लिए आवेदन भेजा है पर अभी वह भी मंजूर नहीं हुआ है। पीएमजीकेपी के तहत 28 अप्रैल 2021 तक नागपुर से 4, अकोला से 1, अमरावती से 4, वर्धा से 2, औरंगाबाद से 4 व नाशिक से 7 क्लेम किए गए हैं।
यह जानकारी हासिल करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता जितेंद्र घाडगे का कहना है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आंकडों के अनुसार महाराष्ट्र मे कुल 78 डॉक्टरों ने कोरोनो के चलते अपनी जान गवाई है। महाराष्ट्र में 9 में से सिर्फ तीन नर्से के परिजनों को बीमा लाभ मिला है और 6 में से सिर्फ तीन आशा कार्यकर्ताओं के परिवार को बीमा के पैसे मिल सके हैं। घाडगे का कहना है कि अपनी जान की बाजी लगा कर कोरोना मरीजों की सेवा करने वाले कोविड योद्धाओं के परिजनों को बीमा की राशि सही वक्त पर मिलनी चाहिए।