मतदान : नक्सल प्रभावित इलाके से भी पिछड़ जाते हैं आर्थिक राजधानी के वोटर
मतदान : नक्सल प्रभावित इलाके से भी पिछड़ जाते हैं आर्थिक राजधानी के वोटर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मतदान करने में मुंबईकर एक बार फिर फिसड्डी साबित हुए हैं। महानगर में मतदान करने वालों की संख्या लगातार घट रही है। इस बार विधानसभा चुनावों के दौरान देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सिर्फ 50 फीसदी लोगों ने वोट डाला। दक्षिण मुंबई की कोलाबा सीट पर राज्य में सबसे कम 40 फीसदी वोटिंग हुई। जबकि दुर्गम और नक्सल प्रभावित गडचिरोली जिले में 69 फीसदी मतदाताओं ने अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल किया। राज्य में सबसे ज्यादा करीब 74 फीसदी मतदान कोल्हापुर जिले में हुआ।
मुंबई में सिर्फ 50 फीसदी मतदान, गडचिरोली में 69 % वोटिंग
साल 2014 के विधानसभा चुनावों में मुंबई में 52 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था लेकिन इस साल इसमें 3 फीसदी की और गिरावट आई है। पूरे राज्य में करीब 61 फीसदी मतदान हुआ है। सबसे कम मतदान मुंबई से सटे ठाणे जिले में हुआ है जहां सिर्फ 48 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। राज्य बनने के बाद 1962, 1967 और 1972 के पहले तीन चुनावों में मुंबई के मतदाताओं ने खूब उत्साह दिखाया था और यहां राज्य के दूसरे हिस्सों के मुकाबले औसतन ज्यादा मतदान हुआ था। लेकिन इसके बाद मतदाताओं के उत्साह में लगातार गिरावट आती रही। साल 1980 के विधानसभा चुनावों में इतिहास का सबसे कम 37 फीसदी मतदान हुआ था। साल 1967 में मुंबई के सबसे ज्यादा 68 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
मतदान से दूर भागते मुंबई के मतदाता
साल मुंबई में मतदान राज्य में मतदान
2019 48.6 60.5
2014 52.0 63.0
2009 46.1 59.5
2004 48.4 63.4
1999 44.9 60.9
1995 58.7 71.7
1990 54.6 62.3
1985 46.8 59.2
1980 37.1 53.3
1978 60.9 67.6
1972 63.7 60.6
1967 67.5 64.8
1962 61.8 60.4