महापरिनिर्वाण दिवस पर छाया ओखी का साया, बारिश में लोग हुए परेशान

महापरिनिर्वाण दिवस पर छाया ओखी का साया, बारिश में लोग हुए परेशान

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-06 16:18 GMT
महापरिनिर्वाण दिवस पर छाया ओखी का साया, बारिश में लोग हुए परेशान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई में आए चक्रवाती तूफान ओखी और उस कारण हुई बारिश का साया भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के 61वें महापरिनिर्वाण दिवस पर साफ नजर आया। महापरिनिर्वाण दिवस पर हर साल दादर के शिवाजी पार्क में दिखने वाली रौनक और छटा अनुयायियों की कमी के कारण गायब दिखी। बुधवार को शिवाजी पार्क मैदान में काफी कम भीड़ थी। अनुयायी चैत्यभूमि पर आंबेडकर की प्रतिमा को नमन करके लौट जा रहे थे। एक दिन पहले हुई बारिश के कारण शिवाजी पार्क मैदान में काफी कीचड़ था। इस कारण हर साल नागपुर, यवतमाल और औरंगाबाद से आंबेडकर की किताबें बेचने के लिए लगाई जाने वाले बुक स्टॉल नहीं लगाए जा सके। आरपीआई के अलावा किसी राजनीतिक दल का मंच इस बार नजर नहीं आया। मंच न होने के कारण इस साल साइलेंट जोन की मुहिम कामयाब नजर आई। 

स्वास्थ्य सेवा और खान पान से जुड़ा स्टॉल ही लगा
शिवाजी पार्क मैदान में हर साल आंबेडकर से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समाग्री बेचने के लिए लगभग 600 -700 स्टॉल लगाए जाते हैं। पर इस बार केवल मुंबई मनपा, स्वास्थ्य सेवा और खान पान से जुड़ा स्टॉल ही नजर आया। मैदान में अनुयायियों को रहने के लिए मुंबई मनपा की तरफ कोई बेहतर व्यवस्था नहीं की गई थी। आलम यह था कि कीचड़ में ही अनुयायी भोजन पाने के लिए परेशान हो रहे थे। शिवाजी पार्क परिसर में सड़कों किनारे लगा जाने वाले स्टॉल भी काफी कम लगे हुए थे। शिवाजी पार्क के बाहर बैठी नागपुर से आयीं सरोज आशीष गजघाटे ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि बारिश के कारण इस बार अनुयायी कम आए हैं। इसका असर मूतियों की बिक्री पर पड़ा है। मैं पिछले दस सालों से में आ रही हूं। लेकिन इस साल आंबेडकर और बुद्ध की मूर्तियां काफी कम बिकी हैं। 

बारिश में लोग हुए परेशान
10 सालों से नांदेड़ से आकर आंबेडकर की मूर्तियों का फ्रेम बेचने वाले लक्ष्मण माधव गोडबोले ने कहा कि हम शिवाजी पार्क के मैदान में और बाहर दोनों जगह स्टॉल लगाते हैं। इस साल बारिश में लोग काफी परेशान हुए। पर मनपा प्रशासन ने हम लोगों की कोई मदद नहीं किया। यहां पर कचरा फेंकने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। नांदेड़ शहर से आने वाली छाया आठवले ने कहा कि हम पहली बार पोस्टर बेचने के लिए आए हैं पर हमारा अनुभव काफी खराब रहा। अनुयायी ने खरीदारी में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। पुणे से आंबेडकर का बिल्ला बेचने के लिए लगातार 15 साल से आ रहे प्रशांत मोहित ने कहा कि इस साल काफी कम बिक्री हुई है। फैम संस्था के सदस्य दत्ता जावले ने बताया कि एक नोट बुक और एक पेन अभियान के जरिए लगभग 8 हजार नोट बुक लोगों ने दान दिए हैं। उन्होंने कहा कि बीते साल के मुकाबले इस बार कम नोट बुक मिली है। पिछले साल 15 हजार से ज्यादा नोट बुक इकट्ठा की गई थी। उन्होंने बताया कि इस साल मुंबई में बारिश होने के कारण औरंगाबाद, नाशिक और सोलापुर में भी स्टॉल लगा करके नोटबुक जमा कराई गई। ये नोट बुक जरूरतमंद छात्रों को दी जाएगी। इससे पहले मंगलवार देर रात को शिवाजी पार्क में लगाए गए टेंड गिर गया था। 

स्मारक का निर्माण कार्य एक महीने में होगा शुरू 
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इंदू मिल में बनाए जाने वाले आंबेडकर स्मारक का निर्माण कार्य महीने भर में शुरू हो जाएगा। सीएम ने बताया कि स्मारक बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब निर्माण कार्य की शुरुआत की जाएगी। सीएम ने कहा कि आंबेडकर के संविधान ने हर व्यक्ति को जीने का अधिकार दिया। उनके द्वारा बनाए गए संविधान से देश शक्तिशाली बना है। इससे पहले दादर स्थित चैत्यभूमि पर राज्यपाल सी विद्यासागर राव, विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे, सीएम फडणवीस, केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले, प्रदेश के सामाजिक न्यायमंत्री राजकुमार बडोले, शिक्षा मंत्री मंत्री विनोद तावडे, ग्रामविकास मंत्री पंकजा मुंडे, सामाजिक न्याय राज्य मंत्री दिलीप कांबले, महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर समेत कई विधायक और सांसदों ने आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करके नमन किया। 

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