देश में ही बनकर तैयार हुआ है रॉकेट मोटर चार्ज प्रोपेलेंट एम्युनेशन, भेजा गया जबलपुर - स्वीडन से होता था आयात
आत्मनिर्भर भारत देश में ही बनकर तैयार हुआ है रॉकेट मोटर चार्ज प्रोपेलेंट एम्युनेशन, भेजा गया जबलपुर - स्वीडन से होता था आयात
डिजिटल डेस्क, जवाहरनगर। भंडारा जिले की (आयुध निर्माणी) फैक्ट्री की उपलब्धियों में एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। रॉकेट मोटर चार्ज प्रोपेलेंट 84 एमएम हीट 551 एम्युनेशन को छठवीं बार परीक्षण में सफलता मिली है। वर्ष 2007 से इसे विकसित कर परीक्षण किया जा रहा था। खास बात है कि इसका पहला उत्पाद 437 ग्रैन मध्यप्रदेश की आयुध निर्माणी खमरिया जबलपुर भेजा गया है। 84 mm हीट 551 आर्म्ड फ़ोर्स में काफी अहम है। इस उत्पाद को देश में स्वीडन से आयात करना पड़ता था।
आत्मनिर्भर भारत के तहत मंगलवार 30 अगस्त को रॉकेट मोटर चार्ज प्रोपेलेंट 84 एमएम हीट 551 एम्युनेशन के पहले उत्पाद से भरा ट्रक रवाना किया गया। आयुध निर्माणी के महाप्रबंधक पी. के. मेशराम ने रवानगी के लिए हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर महाप्रबंधक पी. के. मेशराम, अपर महाप्रबंधक आर. पी. पन्त, ललित कुमार और आर. के. अनुभाग के वर्ष 2007 से प्रोजेक्ट को विकसित करने का कार्य करने वाले भूत पूर्व अधिकारी एवं कर्मचारी वी. पी. दक्षिणकर, एम. एम. मुले, मान्डेकर, रोलरमैन श्री विश्वास उपस्थित थे।
इस खास मौके पर महाप्रबंधक मेशराम ने कहा कि 15 वर्ष के कड़े परिश्रम के बाद रॉकेट मोटर चार्ज प्रोपेलेंट 84 एमएम का सफल परीक्षण कर इस उत्पाद की पहली खेप बनाई गई है, जिसका श्रेय आर. के. अनुभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को जाता है। मेशराम ने इसके लिए सभी कर्मचारियों को बधाई दी।
19000 उत्पाद का वार्षिक लक्ष्य मिलेगा
देश के सैनिकों को विदेशी कंपनियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा
सफल परीक्षण और उत्पादन में महाप्रबंधक श्री मेशराम के मार्गदर्शन में आर. के. अनुभाग के अधिकारी राजशेखर, जशमित सिंह राजेश कुंभारे, अष्टनकर, सलीम शेख एवं आर. के. अनुभाग के स्टाफ तथा कर्मचारियों ने योगदान दिया।
कई विफलताओं के बाद मिली बड़ी सफलता
पी. के मेशराम, महा प्रबंधन, आयुध निर्माणी के मुताबिक युद्ध टैंक में उपयोग होने वाले राॅकेट मोटर चार्ज प्रोपेलैंट का युद्ध टैंक में उपयोग होता है। इसके लिए पहले हम स्वीडन पर निर्भर थे। पर स्थानीय वैज्ञानिकों की अपार कोशिशों के चलते कई विफलताओं का सामना करने के पश्चात राकेट मोटर चार्ज प्रोपेलैंट 551 एम्युनेशन बनाया जा सका है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इसकी उपलब्धि मिली है।