अब नौकरीपेशा महिलाओं को आशियाना मुहैया कराएगा म्हाडा
अब नौकरीपेशा महिलाओं को आशियाना मुहैया कराएगा म्हाडा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भर से मुंबई में आने वाली नौकरीपेशा महिलाओं को अब रहने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। महाराष्ट्र गृहनिर्माण व क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) की ओर से मुंबई के ताडदेव में 450 घरों का अत्याधुनिक हॉस्टल बनाया जाएगा। इस हॉस्टल में एक हजार नौकरीपेशा महिलाओं के रहने की सुविधा होगी। प्रदेश के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हॉस्टल में जिम, लाइब्रेरी, अध्ययन कक्ष, एंटरटेनमेंट जोन और भोजन के लिए व्यवस्था होगी। हॉस्टल का निर्माण डेढ़ से दो सालों में पूरा हो जाएगा। हॉस्टल के निर्माण पर लगभग 35 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है। आगामी छह महीने में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हॉस्टल बनने के बाद देखभाल और मरम्मत के काम की जिम्मेदारी स्वतंत्र संस्था के पास होगी।
आव्हाड ने कहा कि म्हाडा की ओर से ताडदेव के एम.पी.मिल कम्पाउंड परिसर में कामकाजी महिलाओं को लिए हॉस्टल निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस हॉस्टल से मंत्रालय, मुंबई सेंट्रल, महालक्ष्मी और ग्रांट रोड जैसा महत्वपूर्ण स्थल पास में है। इससे कामकाजी महिलाओं का यात्रा का समय बचेगा।
शरद पवार ने दिया था निर्देश, सुप्रिया ने की थी मांग
आव्हाड ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी होने के नाते विदर्भ, खानदेश समेत राज्य भर से महिलाएं नौकरी के लिए यहां पर आती हैं। लेकिन कार्यालय के पास रहना उनके लिए संभव नहीं हो पाता है। कई महिलाओं को कार्यालय से काफी दूर उपनगरों में रहना पड़ता है। आव्हाड ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने हॉस्टल बनाने का निर्देश दिया था। जबकि राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने ट्वीट करके यह मांग की थी।