नोट गिनने वाली मशीन और कंम्प्यूटर के 6 मानीटर ही अज्ञात चोरों के हाथ लगे  

 केंद्रीय सहकारी बैंक की तिजोरी तोडऩे की कोशिश नाकाम  नोट गिनने वाली मशीन और कंम्प्यूटर के 6 मानीटर ही अज्ञात चोरों के हाथ लगे  

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-29 08:46 GMT
 नोट गिनने वाली मशीन और कंम्प्यूटर के 6 मानीटर ही अज्ञात चोरों के हाथ लगे  

डिजिटल डेस्क सतना।  जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के जिला मुख्यालय में सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात एक के बाद एक 6 ताले तोड़ कर घुसे 2 अज्ञात बदमाश अंतत: बैंक की सतना की ब्रांच की तिजोरी तोडऩे में नाकाम रहे। मौके का मुआइना करने पहुंचे सिटी कोतवाल एमएम उपाध्याय ने बताया कि चोरों ने सीसीटीवी कैमरों के सीडीआर को क्षतिग्रस्त कर दिया और नोट गिनने वाली मशीन के साथ कंम्प्यूटर के 6 मानीटर उठा ले गए। कीमत लगभग एक लाख रुपए आंकी गई है। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ सिटी कोतवाली में आईपीसी की दफा 457 और 380 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। बैंक के प्रभारी महा प्रबंधक एससी गुप्ता के  दावे के मुताबिक बदमाशों ने न तो दस्तावेजों से छेडख़ानी की और न ही कम्यूटर के सीपीयू और हार्ड डिस्क में रुचि दिखाई। 
 सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई एक झलक 
 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का जिला मुख्यालय सिटी कोतवाली अंतर्गत सहकार भवन में है। इस दो मंजिला भवन के भूतल पर सतना ब्रांच संचालित है। बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में 2 बदमाशों की एक झलक ही कैद हो पाई है। असल में रात ठीक सवा एक बजे आते ही जैसे ही बदमाशों की नजर जैसे ही बाहर लगे कैमरे पर पड़ी, सतर्क हो गए। लगभग 4 मिनट बाद एक चोर मुंह को पूरी तरह से ढक कर आया और पास ही खड़ी कार की छत पर चढ़कर कैमरे की केबल तक पहुंच गए। उसने केबल काट दी। बैंक के अंदर 4 और सीसीटीवी कैमरे लगे थे। नकाबपोश बदमाशों ने कैमरों के एंगल पलट दिए। अंदर के कैमरों के फुटेज में उनकी कोई गतिविधि कैद नहीं हुई। पुलिस का मानना है कि बदमाश पेशेवर हो सकते हैं।  
 कई बड़े सवाल : स्पेशल ऑडिट के आदेश  के दूसरे ही दिन सहकार भवन में चोरी ! 
जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के जिला मुख्यालय ( सहकार भवन) में चोरी की घटना क्या महज चोरी है? या फिर यह घटना किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा है? क्या, यह महज इत्तफाक है कि 15 वर्ष में पहली बार जिला केंद्रीय सहकारी बैंक की सभी शाखाओं की स्पेशल आडिट के आदेश के दूसरे दिन ही चोर बैंक की तिजोरी तक पहुंच गए? उल्लेखनीय है,जेआर ने 27 सितंबर को स्पेशल ऑडिट के आदेश दिए थे। 
 सिर्फ एक गार्ड:  ———
क्या यह भी एक इत्तेफाक है कि  70 वर्ष से संचालित सहकार भवन में चोरी की यह पहली घटना है। यह भी हैरंतगेज है कि घटना की रात ड्यूटी पर तैनात गार्ड कौशलेन्द्र सिंह रात सवा एक बजे (जब चोर घुसे) परिसर के पीछे मंदिर की चबूतरे में खाना खा रहा था। यह प्रश्न तो और भी सनसनीखेज है कि चोरी के 2 दिन पहले ही इस गार्ड को कृषि उपज मंडी की शाखा से सहकार भवन के लिए क्यों ट्रांसफर किया? पुलिस ने गार्ड से भी पूछताछ की है। 
गहरी नींद में था एक और चौकीदार :———
जानकारों ने बताया कि 15 हजार वर्ग फीट पर स्थित सहकार भवन में सिर्फ एक ही गार्ड है। ऊपरी मंजिल में घटना की रात चौकीदार हीरेन्द्र सिंह था। रात भर गहरी नींद में रहे इसी चौकीदार ने सुबह 7 बजे सतना ब्रांच के मैनेजर रमाकांत पटेल को घटना की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की नजर इस तथ्य पर भी है कि सहकार भवन के पास खड़े एक वाहन की मदद से ही बदमाश बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे तक पहुंचे और केबल काट दी।
 

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