हाथीरोग मरीजों के लिए नया अभियान, मिलेगी सुविधा
नागपुर हाथीरोग मरीजों के लिए नया अभियान, मिलेगी सुविधा
डिजिटल डेस्क, नागपुर. महानगरपालिका के मलेरिया एवं हाथीरोग विभाग ने शहर में हाथीरोग व्यवस्थापन केंद्र एवं उपचार सुविधा (मार्बिडिलीटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन) को शुरू किया है। इस सुविधा में अब मरीजों को सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हाथीरोग उपचार के लिए मार्गदर्शन एवं औषधि मुहैया कराई जाएगी। इस कक्ष में हाथीरोग विभाग के कर्मचारियों के माध्यम से मरीजों को अपंगत्व और संक्रमण से सुरक्षा के लिए उपाययोजना भी बताई जाएगी, ताकि शहर में हाथीरोग संक्रमिताें को दपंगत्व से बचाने के साथ ही नागरिकों में जनजागरण का अभियान चलाया जा रहा है। हाथीरेाग मरीजों को अब उपचार के लिए महल के मलेरिया एवं हाथीरोग विभाग में पहुंचना होता था। इस जगह पर मरीजों को पंजीयन और उपचार के लिए इंतजार करना पड़ता था। इसके साथ ही मरीजों को महल तक आने में दिक्कत भी होती थी। शहरी स्वास्थ्य केंद्र में ही मरीजों को सुविधा और मार्गदर्शन संभव हो गया है।
984 मरीज प्रभावित पाए गए
क्यूलेस मच्छर के काटने से हाथीरोग का संक्रमण होता है। दूषित पानी में क्यूलेस मादा से एक बार में 15 से 20 अंडों के प्रजनन से रोग का फैलाव होता है। हाथीरोग के प्राथमिक लक्षण में बुखार आना, हाथ-पैर में सूजन और पुरुषों में अंडकोष वृद्धि होती है। सूजन, बड़ी सूजन, पैर में सिलवट आने और मवाद होने के बाद अपंगत्व का खतरा भी बढ़ जाता है। हाथीरोग का प्रभाव 10 साल बाद भी नजर आता है। शहर में पिछले 10 साल में 385 पुरुषों और 600 महिलाओं सहित कुल 984 मरीजों को हाथीरोग से प्रभावित पाया गया है। पिछले साल भर में 12 मरीजों को हाथीरोग होने का खुलासा हुआ है। ऐसे में अब मनपा के हाथीरोग विभाग ने मरीजों को अपंगत्व से सुरक्षा के लिए नया प्रयास शुरू किया है। शहर के सभी 46 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हाथीरोग व्यवस्थापन केंद्र एवं उपचार सुविधा (मार्बिडिलीटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन) सुविधा आरंभ की गई है। इस सुविधा में अब मरीजों को हाथीरोग उपचार के साथ ही संक्रमण से सुरक्षा के लिए औषधि एवं मार्गदर्शन भी किया जाएगा। हाथीरोग निर्मूलन अभियान के दूसरे चरण में संक्रमित मरीजों को आनंदवन में निर्मित विशेष फुटवेयर मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए स्वयंसेवी संगठनों की सहायता लेने का भी प्रयास किया जा रहा है।
मरीजों को उपचार में सुविधा मिलेगी
डॉ. जास्मिन मुलानी, मलेरिया एवं हाथीरोग अधिकारी, मनपा के मुताबिक हाथीरोग के लक्षण दिखाई देने में कई माह से सालों तक का समय लगता है। हाथीरोग करीब 7 स्तर में मरीज को अपंग कर देता है। ऐसे में समय रहते हुए मरीज को प्राथमिक लक्षण दिखाई पर पर्याप्त उपचार दिलाने के लिहाज से एमएमडीपी केंद्र तैयार कर किट देने का अभियान शुरू किया गया है। शहर में पिछले साल भर में 12 मरीजों में हाथीरोग का संक्रमण नजर आया है। ऐसे में हाथीरोग उन्मूलन के लिहाज से यह महत्वपूर्ण प्रयास होगा। अगले चरण में स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से हाथीरोग मरीजों को आनंदवन में निर्मित फुटवेयर देने का भी प्रयास कर रहे हैं।
शहर में हाथीरोग मरीजों की संख्या
जोन पुरुष महिला कुल
1 13 27 40
2 15 26 41
3 38 66 104
4 30 37 67
5 74 123 197
6 39 62 101
7 34 58 92
8 66 102 168
9 30 63 92
10 46 36 82
कुल 385 600 984