जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी पर नियंत्रण करें - नाना पटोले
जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी पर नियंत्रण करें - नाना पटोले
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना वायरस के प्रादुर्भाव को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा नियोजन करते समय नैसर्गिक आपदा के दौरान जीवनावश्यक वस्तुओं की जमाखोरी पर नियंत्रण करने के निर्देश विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने दिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में निर्माण होने वाली समस्याओं के सुक्ष्म नियोजन आवश्यक है। सर्वसामान्य व्यक्ति को इस नियोजन में प्राथमिकता दी जाए। विभागीय आयुक्त कार्यालय के सभागृह में सोमवार को आयोजित समीक्षा बैठक में वे बोल रहे थे। नाना पटोले ने कहा कि लॉकडाऊन के समय लोगों को रोजगार नहीं होने से उनके जीवननिर्वाह का प्रश्न गंभीर हो गया है। शहरी व ग्रामीण समस्या अलग-अलग है, लेकिन ग्रामीण अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर शहर पर निर्भर है। दूध व सब्जीभाजी की बिक्री कम हो गई है। प्रशासन अनाज घर पहुंचाने की व्यवस्था करें। सामान्य दुकानदार, रिक्शा चालक, पानठेला चालक का इस वितरण व्यवस्था में समावेश करें। विस अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले समय में वैद्यकीय सेवा पर तनाव निर्माण होगा। इसके लिए शासकीय व्यवस्था के साथ निजी डॉक्टर और परिचारिका की सेवा ली जाए।
पालकमंत्री डॉ. नितिन राऊत ने कहा कि बंद के समय जीवनावश्यक वस्तुओं की जमाखोरी हो रही है। शिकायतें आ रही है। जमाखोरों पर आपत्ति व्यवस्थापन कानून अंतर्गत कार्रवाई की जाए। असंगठित कामगार व विस्थापित नागरिकों की व्यवस्था पर युद्धस्तर पर की जाए। पशुसंवर्धन मंत्री सुनील केदार ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए शासकीय के साथ निजी डॉक्टरों की भी मदद ली जाए। जिन डॉक्टरों की फिलहाल वैद्यकीय सेवा बंद है, ऐसे डॉक्टरों को नियमित सेवा शुरू रखने ेके निर्देश दिए जाए। बहुजन विकास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने जीवनावश्यक वस्तुओं की कीमतों पर नियंत्रण लाने केलिए अनावश्यक जमाखोरी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में विधायक एड. आशीष जैस्वाल, दुष्यंत चुतर्वेदी, विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार, विशेष पुलिस महानिरीक्षक के.एम. मल्लिकार्जुन प्रसन्ना, पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय, मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे, जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे व विविध विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।