ऋषि खोसला मर्डर केस : हिन्दी फिल्म 'आशा द होप' में मुख्य विलेन के रोल में था ऋषि खोसला
ऋषि खोसला मर्डर केस : हिन्दी फिल्म 'आशा द होप' में मुख्य विलेन के रोल में था ऋषि खोसला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ऋषि खोसला ने फिल्मों में भी हाथ आजमाया था। नागपुर के फिल्म निर्माता व कारोबारी बंटी शाहू द्वारा निर्माण की गई हिंदी टेलीफिल्म "आशा द होप" में ऋषि खोसला ने मुख्य विलेन का किरदार निभाया था। इस फिल्म के डायरेक्टर नितीन बंसोड़ थे। सूत्रों के अनुसार, इस फिल्म का प्रसारण दूरदर्शन पर भी हुआ था। इस फिल्म में नागपुर के कई कलाकारों को मौका दिया गया था। इतना ही नहीं, इस फिल्म में जहां समीर धर्माधिकारी ने हीरो की भूमिका निभाई थी, वहीं बालीवुड अभिनेता शक्ति कपूर और सचिन खेड़ेकर ने भी इसमें अभिनय किया था।
फिल्म की शूटिंग नागपुर के अलावा विदर्भ के कई लोकेशन पर हुई थी। इस फिल्म के चलते ऋषि खोसला ने मुंबई की फिल्मी दुनिया में भी भाग्य आजमाने का प्रयास किया था। मुंबई में उसके कई दोस्त बन गए थे। बता दें कि इसके पहले भी ऋषि खाेसला की हत्या का प्रयास किया गया था। उस समय भी मिक्की बक्षी का नाम सामने आया था। मिक्की बक्षी और ऋषि खोसला करीबी दोस्त थे। लिहाजा, लोगों के गले से यह बात नहीं उतर रही है कि अवैध संबंध के चलते मिक्की बक्षी ने ऋषि खोसला को मौत के घाट उतारा।
अदालत तक पुलिस ले गई थी मिक्की को पैदल
सूत्रों के अनुसार, करीब दो दशक पहले नागपुर शहर के पुलिस आयुक्त रहे उल्हास जोशी के आदेश पर मिक्की बक्षी को तहसील थाने से अदालत तक पुलिस पैदल लेकर गई थी। मिक्की पर तीन नल चौक इतवारी में एक मकान खाली कराने का मामला तहसील थाने में दर्ज हुआ था। इसी मामले में उसे पुलिस लॉरी से अदालत में ले जाने के बजाय थाने से पैदल अदालत तक पुलिस लेकर गई थी। मिक्की बक्षी ने दबदबा कायम करने के लिए युवाओं की बड़ी फौज पाल रखी थी। उसने हवलदार की नौकरी के दम पर सुरक्षा गार्ड की एजेंसी खोल लिया था। यूथ फोर्स नामक सुरक्षा गार्ड एजेंसी के साथ इसी नाम से संगठन खोलकर बड़ी संख्या में युवाओं को सदस्य बनाया था। एक समय था जब मिक्की की एक आवाज पर सैकड़ों युवा जमा हो जाया करते थे। इसके दम पर वह कई बार पुलिस के आमने- सामने आ चुका था। उसने केदवई ग्राउंड के पास अपना प्रापर्टी डीलिंग का कार्यालय भी खोल रखा था।
ऋषि बढ़ने लगा था आगे, मिक्की को बर्दाश्त नहीं हो रही थी यह बात
सूत्रों के अनुसार, कभी मिक्की के इशारे पर कार्य करने वाला ऋषि खोसला मौजूदा दौर में उससे काफी आगे निकल गया था। मिक्की को यह बात बर्दाश्त नहीं हो रही थी। कभी मिक्की के साथ पीछे चलने वाला ऋषि प्रापर्टी डीलिंग के कारोबार में भी हाथ डाल दिया था। चर्चा है कि ऋषि ने कूलर के कारोबार के अलावा कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया था। मिक्की का रिकार्ड खराब हो चुका था। लोग ऋषि खोसला पर विश्वास करने लगे थे। यह बात मिक्की को खटकने लगी थी। मिक्की को यह भी पता चल चुका था कि उसके पत्नी का ऋषि के साथ अवैध संबंध है। अपने से उम्र में करीब 10 साल छोटी मधु से मिक्की ने शादी की थी। शादी के बाद मिक्की और मधु काे एक बेटा पैदा हुआ। ऋषि और मधु का भाई सुनील भाटिया पहले से करीबी दोस्त थे। सुनील भाटिया का नाम क्रिकेट मैच फिक्सिंग में भी नाम सामने आया था। सुनील भाटिया के बारे में क्रिकेट बुकियों की राय होती है कि आज नगद कल सुनील भाटिया। सुनील भाटिया के शहर से बाहर होने की चर्चा है। पुलिस इसके शहर में आने के बाद पूछताछ करने वाली है।
भाजपा के कद्दावर नेता को सौंपा था एक लाख का चेक
वर्ष 2014 में बादल फटने से जम्मू-कश्मीर में तबाही मच गई थी। उस समय ऋषि खोसला और मिक्की बक्षी ने भाजपा के एक कद्दावर नेता को 1 लाख रुपए का चेक रिलिफ फंड के नाम पर दिया था। उस समय ऋषि और मिक्की दोनों साथ में उस नेता के पास गए थे। मिक्की और ऋषि बेहद करीबी मित्र थे, इसलिए मिक्की द्वारा उसकी हत्या अनैतिक संबंध के चलते किए जाने की बात कई लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रही है।