ओला वृष्टि ने तोड़ी कमर, अमरावती, जालना और बुलढाणा में किसानों का ज्यादा नुकसान 

ओला वृष्टि ने तोड़ी कमर, अमरावती, जालना और बुलढाणा में किसानों का ज्यादा नुकसान 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-12 14:18 GMT
ओला वृष्टि ने तोड़ी कमर, अमरावती, जालना और बुलढाणा में किसानों का ज्यादा नुकसान 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण 1 लाख 24 हजार 294 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के चपेट में 11 जिलों की 50 तहसीलें आई हैं। जिसमें 1086 गांव प्रभावित हुए हैं। सोमवार को प्रदेश के कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार और रविवार को विदर्भ और मराठवाड़ा अंचल के साथ उत्तर महाराष्ट्र के जिलों में हुई ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण हुए नुकसान की प्राथमिक रिपोर्ट मिल गई है। इसके अनुसार बुलढाणा, अमरावती और जालना में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। गेहूं, ज्वार, प्याज, चना समेत अन्य रबी की फसलों को नुक्सान पहुंचा है। फुंडकर ने कहा कि सरकार ने किसानों को हुए नुकसान का पंचनामा करने का आदेश दिया था। इसके अनुसार राजस्व विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों ने सरकार को नुकसान के बारे में प्राथमिक रिपोर्ट सौंपा है। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ोतरी की संभावना है। अगले दो से तीन दिनों में क्षेत्रीय स्तर से पूरी रिपोर्ट आ जाएगी।

प्रभावित जिले
बुलढाणा, अमरावती, अकोला, वाशिम, जालना, लातूर, उस्मानाबाद, हिंगोली, बीड़, परभणी और जलगांव जिले प्रभावित हुए हैं।

मराठवाड़ा अंचल
फुंडकर ने बताया कि मराठवाड़ा संभाग में बीड़ के माजलगांव, गेवराई, शिरुर तहसील के 42 गांवों में 10 हजार 632 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों का नुकसान हुआ है। इसमें रबी की ज्वार, चना और फल और सब्जी का समावेश है। जालना के जाफराबाद, मंठा, जालना, परतूर, अंबड तहसील के 175 गांव प्रभावित हुए हैं। जिले में 32 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान हुआ है। परभणी के सेलू और जिंतूर तहसील के 23 गांवों में 3 हजार 595 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं। लातूर के रेणापूर, लातूर, उदगीर, अहमदपुर और चाकूर तहसील के 59 गांवों में 2 हजार 679 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उस्मानाबाद के उमरगा व उस्मानाबाद तहसील के 26 गांव के 583 हेक्टेयर, हिंगोली के सेनगांव व औढ़ा तहसील के 30 गांव के 143 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुक्सान हुआ।

विदर्भ अंचल
विदर्भ अंचल में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से सबसे अधिक बुलढाणा में हुआ है। जिले के चिखली, खामगांव, शेगांव, जलगांव जामोद, संग्रामपुर, नांदूर, मेहेकर, लोणार, सिंदखेड राजा और देऊलगांव राजा तहसील के 286 गांवों में 32 हजार 700 हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान हुआ है। जबकि अमरावती के मोर्शी, वरुड, चांदूर बाजार, अचलपुर, दर्यापुर, धारणी, अंजणगाव सुरजी और चिखलदरा तहसील के 270 गांव बाधित हुए हैं। जिले के 26 हजार 598 हेक्टेयर क्षेत्र में संतरा, चना, गेहूं, प्याज और सब्जी की फसल का नुकसान हुआ है। अकोला के मूर्तिजापुर, बार्शी टाकली, अकोला, अकोट, पातूर, बालापुर और तेल्हार तहसील के 101 गांव का 4 हजार 360 हेक्टेयर में फसलों का नुकसान हुआ है। वाशिम के रिसोड और मालेगांव तहसील के 36 गांवों के 8 हजार 509 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है।

उत्तर महाराष्ट्र की स्थिति
जलगांव के जामनेर, जलगांव और मुक्ताईनगर तहसील के 38 गांवों में 2 हजार 495 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें नष्ट हुई हैं। इसमें गेहूं, प्याज, चना के अलावा केले के फलों को नुकसान पहुंचा है।

राज्य भर में 3509 मिमी हुई बेमौसम बारिश
प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य भर में 3509 मिमी बेमौसम बारिश हुई है। जबकि अकोला, औरंगाबाद, बीड़, बुलढाणा, हिंगोली और जालना में ओलावृष्टि हुई है। अमरावती में 392 मिमी, नागपुर में 437 मिमी, भंडारा में 357 मिमी, बुलढाणा में 389 मिमी, वाशिम में 238 मिमी, यवतमाल में 177 मिमी, परभणी में 114 मिमी, औरंगाबाद में 39 मिमी और जालना में 173 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।

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