माइक्रो इरिगेशन : 40 फीसदी से कम काम के बाद भी 143 करोड़ के भुगतान
सतना माइक्रो इरिगेशन : 40 फीसदी से कम काम के बाद भी 143 करोड़ के भुगतान
डिजिटल डेस्क सतना। 306 करोड़ की रामनगर माइक्रो इरिगेशन परियोजना अपने निर्धारित समय से २ वर्ष विलंब से चल रही है। इतना ही नहीं ५० फीसदी भी कम काम पूरा होने के बाद भी १४३ करोड़ के भुगतान कर दिए गए। परियोजना की प्रगति की समीक्षा में यह सच सामने आने से नाराज पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल ने कलेक्टर अनुराग वर्मा को निर्देशित किया कि वे संबंधितों के खिलाफ नियमों के तहत अर्थदंड लगाएं। बैठक में परियोजना से संबंधित सटीक ब्यौरा नहीं दे पाने पर राज्यमंत्री ने जल संसाधन के कार्यपालन यंत्री और जेपी के प्रोजेक्ट मैनेजर के प्रति कड़ी नाराजगी भी जताई।
१६० गांवों को सिंचित करने का लक्ष्य :----
रामनगर माइक्रो इरिगेशन के तहत मैहर और रामनगर क्षेत्र के १६० गांवों की
२० हजार हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य है। जिसमें रामनगर के १४१ गांवों की 15 हजार हेक्टेयर और मैहर के २४ गांवों की ५ हजार हेक्टेयर भूमि शामिल है। परियोजना वर्ष २०१७ में स्वीकृत की गई थी। समय सीमा वर्ष २०२० निर्धारित थी।
ये भी थे साथ में :------
बैठक में कलेक्टर अनुराग वर्मा के साथ जिला पंचायत के सीईओ डा.परीक्षित राव,
एसडीएम राजेश मेहता, जल निगम के जीएम एसके जैन, पीएचई के कार्यपालन यंत्री रावेन्द्र सिंह, जल संसाधन के कार्यपालन यंत्री आरएस नट एवं कार्यकारी एजेन्सी के प्रतिनिधि और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
+ अमरपाटन जाएगा जल निगम का अािफस :------
राज्यमंत्री रामखेलावन की अध्यक्षता में आयोजित बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जल निगम का कार्यालय सतना से अमरपाटन स्थानांतरित करने और परियोजना की सतत निगरानी के निर्देश दिए। बैठक में जानकारी दी गई की गोरसरी पहाड़ में एक ओर १२०० मीटर और दूसरी ओर 300 मीटर लंबी सुरंग निर्माणाधीन है। काम अगले साल तक पूरा कर लिया जाएगा। इस साल अक्टूबर में एक ओर टनल का काम पूरा होते ही 265 गांवो के ६० हजार घरों को पेयजल पहुंच जाएगा। राज्यमंत्री ने अप्रैल से जून के मध्य तीन माह के दौरान खेत खाली रहने की स्थिति में पाइप लाइन बिछाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने रिस्टोर वर्क प्राथमिकता से पूरा करने की हिदायत दी।
फैक्ट फाइल :-
बाणसागर ग्रामीण जल प्रदाय
लागत: 1495 करोड़
प्रगति : ७५ फीसदी
+ लाभ
लाभ : ५ ब्लाक
ग्राम : 979
आबादी : 17.48 लाख
+ भंडारण
इन्टेक वेल : 206 एमएलडी
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट : 166 एमएलडी
ओएच एमबीआर : 5450 केएल