मेट्रो ने पहली बार 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से लगाई दौड़,एवरेज स्पीड 50-60 रही
मेट्रो ने पहली बार 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से लगाई दौड़,एवरेज स्पीड 50-60 रही
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ‘माझी मेट्रो’ पहली बार 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ी। गति बढ़ाने के साथ ही मेट्रो की फेरियों में वृद्धि की गई है। अब मेट्रो हर दिन 100 फेरियां लगाएगी। इसी को लेकर मेट्रो ने जॉय राइड आयोजित की, जिसमें मेट्रो को सीताबर्डी इंटरचेंज से जयप्रकाश नगर मेट्रो स्टेशन तक पहली बार बढ़ी हुई गति से चलाई गई। हालांकि मोड़ और स्टेशनों के कारण यहां पर स्पीड सबसे ज्यादा 75 तक पहुंची। मेट्रो की एवरेज स्पीड 50-60 की रही। मेट्रो हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने सिग्नलिंग के बारे में भी बताया।
बनेगा वॉक-वे
सीताबर्डी इंटरचेंज से जयप्रकाश नगर मेट्रो स्टेशन तक के मार्ग में सबसे ज्यादा मोड़ हैं और बीच में स्टेशन भी हैं, इसलिए मेट्रो निरंतर 80 की गति से नहीं चल सकती, लेकिन इसे 80 किमी प्रतिघंटा की अधिकारिक स्पीड दे दी गई है। जब सभी स्टेशन शुरू हाे जाएंगे, तो मेट्रो अधिकतम 60 की गति तक ही पहुंच पाएगी, क्योंकि अगले स्टॉपेज आ जाएगा। जॉय राइड में मेट्रो की गति 73-75 तक पहुंची। जयप्रकाश नगर स्टेशन पर पहुंचने से पहले स्टेशन की जानकारी दी गई। यह स्टेशन अन्य स्टेशनों की तुलना में बड़ा स्टेशन है। यहां पर 100 से ज्यादा कैमरे लगाए गए हैं। इसके ठीक सामने महानगर पालिका का मॉल बनाने की तैयारी है, जिसका ढांचा लगभग तैयार हो गया है। मेट्रो स्टेशन से मॉल तक हवा में वॉक-वे बनेगा, जिससे सीधे मॉल से स्टेशन पहुंचा जा सकेगा। स्टेशन में जाने का एक मार्ग मॉल से भी रहेगा। इस पाथ-वे के लिए मेट्रो ही पूरा खर्च कर रही है।
सीबीटीसी का उपयोग
मेट्रो के व्यवस्थापकीय संचालक ब्रिजेश दीक्षित ने सिग्नलिंग की जानकारी देते हुए बताया कि नागपुर मेट्रो परियोजना में कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोलिंग सिस्टम (सीबीटीसी) का उपयोग किया गया है। इस सिस्टम में एक ही ट्रैक पर एक के पीछे एक कई ट्रेनें चला सकते हैं। चाहे कितनी भी गति हो यह सिस्टम एक ट्रेन की दूसरी ट्रेन से दूरी बनाए रखता है। आगे ट्रेन की स्पीड और दूूरी से पीछे की ट्रेन अपनी गति और दूरी निश्चित करती है। जल्द ही झांसी रानी स्टेशन, अजनी, राहाटे, छत्रपति चौक और फिर रचना नगर का मेट्रो स्टेशन शुरू किया जाएगा। यह सभी स्टेशन लगभग बन कर तैयार हैं। कुछ समय बाद झांसी रानी स्टेशन पर सीएमआरएस का निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान संचालक (रोलिंग स्टॉक) और कार्यकारी संचालक (प्रशासन) अनिल कोकाटे भी मौजूद थे।