अकोला जिले में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, स्वास्थ्य विभाग हुआ सतर्क

उफ गर्मी अकोला जिले में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, स्वास्थ्य विभाग हुआ सतर्क

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-18 12:37 GMT
अकोला जिले में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, स्वास्थ्य विभाग हुआ सतर्क

डिजिटल डेस्क, अकोला. शहर और जिले में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के साथ ही हीट स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम की पृष्ठभूमि के खिलाफ एहतियात के तौर पर जीएमसी और सर्वोपचार अस्पताल में एक विशेष उष्माघात कक्ष का संचालन किया गया। यह सुविधा अस्पताल के मेडिसीन विभाग में आरंभ की गई है। जिसमें 10 बेड लगाए गए हैं। बढ़ते तापमान को देखते हुए आरोग्य विभाग की ओर से नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की गई है। इस साल की गर्मी में गर्मी के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद है। 

क्योंकि करीब आधे अप्रैल तक बारिश, ठंडा मौसम होने के बाद अब पारा 42 डिग्री तक पहुंच गया है। अब सूरज की तपिश बढ़ती ही जा रही है। जिले में लू के मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए सर्वोपचार अस्पताल में विशेष कक्ष बनाया गया हैं। जिस कमरे में व्यवस्था की गई है, उसमें 10 बेड लगाए गए हैं। इतना ही नहीं वार्ड कूलर की व्यवस्था है। अभी तक सर्वोपचार अस्पताल में लू के किसी मरीज का रिकॉर्ड नहीं है।

सावधानी बरतें नागरिक

डा मीनाक्षी गजभिये, अधिष्ठाता जीएमसी के मुताबिक तापमान में बढ़त होने से हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ गया है। इसलिए नागरिकों को एहतियात बरतना जरुरी है। गैर जरुरी घरों से न निकले। फिलहाल सर्वोपचार अस्पताल में 10 बेड का उष्माघात कक्ष स्थापित किया गया है। 

हीट स्ट्रोक के लक्षण

थकान महसूस होना, बुखार आना, त्वचा सुखना, भूख न लगना, चक्कर आना, निरोत्साही होना, सरदर्द, ब्लड प्रेशर बढ़ना, मानसिक बेचैनी, अस्वस्थता आदि लक्षण हीट स्ट्रोक के हो सकते हैं।

 

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