चोरी का ओवर लोड लेटेराइट पकड़ में आते ही मारुती अर्थ
सतना चोरी का ओवर लोड लेटेराइट पकड़ में आते ही मारुती अर्थ
डिजिटल डेस्क, सतना। चोरी के लेटेराइट से ओवर लोड एक हाइवा के पकड़ में आने के महज १५ मिनट के अंदर मारुती अर्थ मूवर्स ने ईटीपी जनरेटर कर खनिज अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने की नाकाम कोशिश की। कोटर थाना क्षेत्र में सेमरिया-सतना मार्ग पर बिहरा के पास हाइवा नंबर एमपी २१ एच ३७८६ रात १ बजे खनि निरीक्षकों की छापामार टीम के हत्थे लगा। हाइवा में ३८ टन चोरी का लेटेराइट लोड था। आधी रात को आननफानन में ईटीपी इसलिए जनरेट की गई ताकि चोरी के खनिज को एक नंबर का खनिज सिद्ध किया जा सके।
मगर, यूं पकड़ी गई चोरी:----
मगर, आनन फानन में जनरेट की गई यही ईटीपी चोरी के खनिज का सबूत बन गई। असल में कथित तौर पर कारीगोही की जिस खदान से लेटेराइट लोड कर यह हाइवा मैहर की ओर चला उसका रुट कारीगोही माइंस से गेरुआर, कोटर और सतना से मैहर दर्ज किया गया। जबकि कारीगोही से बिरसिंहपुर-कोटर होते हुए सीधा रुट सतना-मैहर है। सवाल यह है कि इस हाइवा के लिए खदान से गंतव्य स्थल मैहर तक पहुंचने के लिए २० किलोमीटर ज्यादा दूरी की ईटीपी क्यों काटी गई? सवाल यह भी है कि १०० किलोमीटर की दूरी कम करके ५० किलोमीटर क्यों दर्शायी गई? चोरी के खनिज से ओवर लोड ट्रक रात को एक बजे बिहरा में पकड़ा गया। पकड़े गए हाइवा की ईटीपी रात एक बज कर १५ मिनट पर जनरेट की गई। बड़ा सवाल यह भी है कि कारीगोही से बिहरा के बीच लगभग ३५ किलोमीटर की दूरी आखिर इस हाइवा में मात्र १५ मिनट में कैसे पूरी कर ली? आरोप है कि हाइवा में लोड चोरी के लेटेराइट को एक नंबर का खनिज सिद्ध करने की कोशिश में मारुती अर्थ मूवर्स के प्रोप्राइटर बालेन्द्र गौतम ने यह जालसाजी की?
चोरों का गढ़ चितगढ़ :-----
खनिज विभाग के अधिकारियों का मानना है कि चोरी का यह खनिज चितगढ़ क्षेत्र के निमहा, पटना खुर्द,अबेर या फिर करही का हो सकता है। इस खनिज को नंबर एक का खनिज बनाने के लिए ही मारुति अर्थ मूवर्स ने आननफानन में ईटीपी जनरेट की। इन अधिकारियों का मानना है कि यह कोई अकेला मामला नहीं है। खनिज चोरों के गढ़ बन चुके चितगढ़ क्षेत्र से खनिज की चोरी इस अंदाज में डंके की चोट पर चल रही है।
पकड़ा गया १८ टन ओवर लोड :-----
खनिज विभाग के उडऩ दस्ते ने बिहरा के पास हाइवा नंबर एमएच २९ टी ०५०४
को पकड़ा। इस हाइवा में वाहन क्षमता से १८ टन अधिक लेटेराइट पकड़ा गया। यह देवरा खदान से सीमेंट फैक्ट्री जा रहा था।
गिट्टी के ३ ट्रकों में नहीं मिली ईटीपी:---
खनिज विभाग की छापामार टीम को गिट्टी से ओवर लोड तीन ऐसे ट्रक मिले जिनके पास ईटीपी ही नहीं थी। इनमें ट्रक नंबर यूपी -७० जीटी २२७६ और
यूपी- ७० एफटी ६९६० और डंपर नंबर एमपी १९ जीए १३१६ शामिल हैं। ट्रकों को कोटर पुलिस और डंपर को कोठी पुलिस के हवाले किया गया है। छापामार टीम ें में खनिज निरीक्षक राम सुशील चौरसिया, आशुतोष मिश्रा और कमलकांत परस्ते शामिल थे।