राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान मंगलसिंह परदेशी का अंतिम संस्कार
जलगांव राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान मंगलसिंह परदेशी का अंतिम संस्कार
डिजिटल डेस्क, जलगांव। पाचोरा तालुका के जवान मंगलसिंह जयसिंह परदेशी को मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। 35 साल के परदेशी शनिवार रात को पंजाब के पठानकोट में आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हो गए थे। जवान को मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। मंगलसिंह परदेशी दशहरे के अवसर पर एक माह के लिए छुट्टियों पर घर आए थे। उसके बाद वह राष्ट्र सेवा के लिए पठानकोट गए थे। मंगलसिंह परदेशी की शहादत की खबर सावखेड़ा बुद्रुक गांव पहुंची और मातम छा गया। परदेशी परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता, दो भाईयों के साथ पत्नी किरण, पुत्र चंदन, दो बेटियां चंचल और कांचन हैं।
शहीद मंगलसिंह राजपूत के पार्थिव शरीर को मंगलवार 16 नवंबर को सुबह 8.30 बजे पठानकोट से औरंगाबाद लाया गया और वहां से सैन्य वाहन से सावखेड़ा बुद्रुक लाया गया। अंतिम संस्कार की यात्रा गांव से सेना के वाहन में शुरू हुई। इस दौरान सड़क पर रंगोली फैली हुई थी। अमर रहे अमर रहे मंगलसिंह राजपूत अमर रहे, भारत माता की जय इस तरह की घोषणाओं के साथ अंतिम यात्रा अंतिम संस्कार स्थल पर पहुंची। शहीद मंगलसिंह परदेशी के पुत्र चंदन ने पार्थिव शरीर को अग्री देकर अंतिम संस्कार किया।
इस अवसर पर विधायक किशोर पाटिल, अनुमंडल पदाधिकारी डॉ. विक्रांत बांदल, पुलिस उपाधीक्षक भरत काकड़े, समूह विकास अधिकारी अतुल पाटिल, रेजिडेंट उप तहसीलदार संभाजी पाटिल, भाजपा तालुका अध्यक्ष अमोल शिंदे, कांग्रेस तालुका अध्यक्ष सचिन सोमवंशी, विघ्नहर्ता मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. भूषण मगर (पाटिल), जिला सैन्य अधिकारी कार्यालय के ए.बी.काकड़े, पठानकोट से आए कांस्टेबल अमर माने, राकांपा महिला जिलाध्यक्ष वंदना चौधरी, परदेशी समाज के जिलाध्यक्ष सुरेश परदेशी, सेवानिवृत्त सैनिक संघ के जिला उपाध्यक्ष बालू पाटिल, जिला परिषद सदस्य मधुकर काटे, रावसाहेब पाटिल, पंचायत समिति सदस्य ज्ञानेश्वर सोनार और सेना के विभिन्न पूर्व और वर्तमान अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी और ग्रामीण उपस्थित थे।