लखपति दीदी सम्मेलन: महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप, जो लापरवाही करें, उनका हो पूरा हिसाब

महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप, जो लापरवाही करें, उनका हो पूरा हिसाब
  • प्रधानमंत्री मोदी ने लखपति दीदी सम्मेलन में कहा
  • महिलाओं की सुरक्षा देश के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण
  • दोषी कोई भी हो, वो बचना नहीं चाहिए

डिजिटल डेस्क, जलगांव। महिलाओं के खिलाफ अपराध के कई मामले सामने आने के बाद पूरे देश को गुस्से में देखकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां कठोर शब्दों में कहा कि ‘महिलाओं की सुरक्षा देश के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकारों से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है। दोषी कोई भी हो, वो बचना नहीं चाहिए। उसको किसी भी रूप में मदद करने वाले बचने नहीं चाहिए। चाहे अपराधी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए।’ प्रधानमंत्री मोदी ने लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था, जिस भी स्तर पर लापरवाही होती है, सबका हिसाब होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने के लिए हमारी सरकार कानूनों को भी लगातार सख्त कर रही है। हमारी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में महिलाओं के लिए जो काम किया है, उतना आजादी के बाद से किसी भी पूर्ववर्ती सरकार ने नहीं किया।

ई एफआईआर पर जोर : पीएम ने कहा, "मैं आपको आश्वासन देता हूं कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों को रोकने के लिए केंद्र सरकार हर तरह से राज्य सरकारों के साथ है। हमें भारतीय समाज से इस मानसिकता को खत्म करने के बाद ही इसे रोकना होगा।' नवीन भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों पर पीएम मोदी ने कहा कि इसमें पीड़ित महिलाओं के लिए घर बैठे ई-एफआईआर दर्ज कराने का प्रावधान है। उन्होंने कहा, "पहले शिकायतें आती थीं कि एफआईआर समय पर दर्ज नहीं होती, सुनवाई नहीं होती, मामलों में देरी होती है। इसमें (भारतीय न्याय संहिता में) महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार को लेकर एक पूरा अध्याय बनाया गया है। अगर पीड़ित महिलाएं थाने नहीं जाना चाहती हैं तो वे घर बैठे ई-एफआईआर दर्ज करा सकती हैं। हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि थाने स्तर पर कोई भी ई-एफआईआर से छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा।'

5,000 करोड़ के बैंक ऋण वितरित : इससे पहले जलगांव में महिलाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया, जिसके बाद उन्होंने कुछ स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से बातचीत की। स्वयं सहायता समूह पशुधन क्षेत्र में सक्रिय हैं, जबकि अन्य ‘कृषि सखी’ और ‘नमो ड्रोन दीदी’ जैसी सरकारी योजनाओं में काम कर रहे हैं। मोदी ने कार्यक्रम में 2,500 करोड़ रुपए का एक ‘रिवॉल्विंग फंड’ भी जारी किया, जिससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ होगा। साथ ही 5,000 करोड़ रुपए के बैंक ऋण वितरित किए गए, जिससे 2.35 लाख स्वयं सहायता समूहों के 25.8 लाख सदस्यों को लाभ होगा। ‘लखपति दीदी’ बनाने की योजना की शुरुआत से अब तक एक करोड़ महिलाएं इससे जुड़ चुकी हैं। सरकार ने तीन करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा है।

महाराष्ट्र के संस्कार विश्वभर में फैले हैं : मोदी ने अपने भाषण की मराठी से शुरुआत कर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं। पश्चात नेपाल में हुई बस दुर्घटना में मारे गए जलगांव जिले के मृतकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की। कहा कि जलगांव में महिलाओं का महासागर नजर आ रहा है। बचत गुटाें को जोड़कर महाराष्ट्र की बहनों की बड़ी मदद हुई है। महाराष्ट्र के संस्कार विश्वभर में फैले हैं। पोलैंड में मुझे महाराष्ट्र की संस्कृति के दर्शन हुए। जलगांव संत मुक्ताई की भूमि है। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों का जीवन आसान बनाने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जलगांव में लखपति दीदियों का ये उत्साह और विश्वास अद्भुत है। देशभर की लखपति दीदियों को मेरा प्रणाम।

Created On :   25 Aug 2024 2:50 PM GMT

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