कई कैमरे बंद, शहर में जगह -जगह चल रहा है निर्माणकार्य
कई कैमरे बंद, शहर में जगह -जगह चल रहा है निर्माणकार्य
डिजिटल डेस्क,नागपुर। नागपुर शहर में छोटी-छोटी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए स्मार्ट सीटी के तहत 3 हजार 6 सौ कैमरे लगाये हैं। लेकिन इन दिनों इनमें 2 सौ से ज्यादा कैमरे काम नहीं कर रहे हैं। इसका कारण कैमरों का खराब होना नहीं है, बल्कि जगह-जगह चल रहा निर्माणकार्य हैं। मेट्रो का काम, सड़क सीमेंटीकरण के साथ मनपा द्वारा कई जगहों पर निर्माणकार्य किया जा रहा है। जिससे कैमरों को बंद किया गया है। ऐसे में यदि इस क्षेत्र में कोई अपराधिक गतिविधियां होती है, तो वह पकड़ से बाहर रहेगी।
नागपुर शहर में गत एक वर्ष में चौहारों से लेकर संवेदनशील गलियों आदि पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा है। इन कैमरों को 700 चौराहों पर लगाया गया है। वही गलियों में इन्हें लगाया है, वाहनधारकों द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाने पर इन केमरों के इस्तामल कर वाहनधारकों को चालान भेजा जाता है। केवल चालान के लिए ही नहीं बल्कि रास्ते पर होनेवाली अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भी इन कैमरों का उपयोग किया जाता है। लेकिन इन दिनों शहर में चल रहे निर्माणकार्य के कारण सभी कैमरे शुरू अवस्था में नहीं है।
आंकड़ों की बात करें तो शहर में 3 हजार 6 सौ कैमरे लगे हैं। जिसमें 2 सौ से ज्यादा कैमरे बंद हैं। शहर के सदर, बर्डी, कॉटन मार्केट, रेलवे स्टेशन, सिविल लाइंस परिसर में मेट्रो, राष्ट्रीय महामार्ग के निर्माणकार्य के अलावा कई सार्वजनिक निर्माण विभाग व मनपा की ओर से भी काम चल रहे हैं। ऐसे में उक्त कैमरों को बंद कर रखा है। कई जगहों पर इन कैमरों को निकाला गया है। काम पूरे होने के बाद इन्हें लगाने के बारे में बताया जा रहा है। हालांकि इससे ऐसी जगहों पर आपराधिक गतिविधियां पकड़ में नहीं आने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन संबंधित विभाग के अनुसार केबल आदि कटने के डर कैमरों को निकाला जाता है।
निर्माण कार्य होने के बाद लगाया जाएगा
वर्तमान स्थिति में 150 से 200 कैमरे बंद हैं। निर्माणकार्य के कारण इसे निकाला जाता है। निर्माणकार्य पूरा होने के बाद कैमरों को वापिस उस जगह लगाया जाता है। -- मनीष सोनी, पीआरओ, स्मार्ट सीटी नागपुर