किकी चैलेंज का वीडियो बना यूट्यूब पर अपलोड करना तीन युवकों को पड़ा महंगा

किकी चैलेंज का वीडियो बना यूट्यूब पर अपलोड करना तीन युवकों को पड़ा महंगा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-04 14:32 GMT
किकी चैलेंज का वीडियो बना यूट्यूब पर अपलोड करना तीन युवकों को पड़ा महंगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पैसे कमाने के चक्कर में चलती ट्रेन के किकी चैलेंज का वीडियों बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करना तीन युवकों को महंंगा पड़ गया। इसी वीडियों के आधार पर ही पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवकों में से दो इलेक्ट्रानिक्स में इंजीनियर जबकि एक बीएससी (आईटी) है। आरोपियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटीएम) स्टेशन पर किकी चैलेंज का वीडियो बनाया था। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपियों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी जिसके बाद अदालत ने उन्हें सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ऐसे खतरनाक स्टंट न करने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। 

आरपीएफ के वरिष्ठ विभागीय सुरक्षा आयुक्त सचिन भलोदे ने बताया कि आरोपियों को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सूरज गौतम (23), अब्दुल कादर यूसुफ शेख (22) और कन्हैया कुमार साह (23) है। दरअसल 30 जुलाई को किकी चैलेंज से जुड़ा यह वीडियो एक यू ट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था। सीएसटीएम स्टेशन पर बनाए गए इस वीडियो को हजारों लोगों ने देखा था।

मामले की शिकायत आरपीएफ तक पहुंची जांच में साफ हुआ कि वीडियो सीएसटीएम स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर बनाया गया था। इसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 145(बी), 147 और 156 के तहत एफआईआर दर्ज की गई।

मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई। विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर लगे CCTV तस्वीरों की जांच के बाद यह साफ हुआ कि एक आरोपी सायन में उतरा था। इसके अलावा बीकेसी स्थित साइबर पुलिस स्टेशन से भी मदद ली गई। गूगल और यूट्यूब की मदद से वीडियो अपलोड करने वाले का आईपी एड्रेस हासिल करने की कोशिश की गई लेकिन कंपनी की ओर से कोई मदद नहीं मिली। इसके बावजूद आरपीएफ ने छानबीन जारी रखी और सायन इलाके के पहले एक आरोपी फिर उसके साथियों की पहचान कर मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपियों ने पूछताछ में 29 जुलाई को वीडियो बनाने की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि यूट्यूब पर पैसे कमाने की मकसद से उन्होंने यह वीडियो बनाया था। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रेलवे एक्ट की धारा 144 भी जोड़ी है।  

कोर्ट ने दी जागरूकता फैलाने की सजा
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि सोमू स्टूडियो नाम के अपने यू ट्यूब चैनल पर उन्होंने किकी डांस इन लोकल ट्रेन नाम से वीडियो अपलोड किया था। इसका मकसद पैसा कमाना था। आरोपियों ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी और कम सजा की गुहार लगाई। इसके बाद अदालत ने आरोपियों को निर्देश दिया के वे किकी चैलेंज जैसे खतरनाक वीडियो बनाने से जुड़े खतरों को लेकर लोगों को आगाह करें और सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता फैलाएं। साथ ही इसका सबूत अदालत में आकर दें।

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