पतंगबाजी के जुनून ने किया लहूलुहान, कई लोग घायल, पहुंचे अस्पताल
पतंगबाजी के जुनून ने किया लहूलुहान, कई लोग घायल, पहुंचे अस्पताल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मकर संक्रांति के अवसर पर शहर भर में सुबह से ही छतों पर पतंग उड़ाने वालों का जमावड़ा लग गया। बड़ी संख्या में लोगों ने पतंग उड़ाने के लिए नायलॉन मांजे का उपयोग किया, जिसके चलते अनेक लोग चोटिल हुए। किसी की जीभ और होंठ कटे, तो किसी की उंगली और अंगूठा। इसके अलावा कुछ पतंग उड़ाते समय गिर पड़े, तो कुछ पतंग को पकड़ते समय घायल हो गए। पतंग के जुनून में कई लोगों और परिवारों को अस्पताल जाना पड़ा। मेयो-मेडिकल के अलावा निजी अस्पताल में उपचार के लिए लोग पहुंचे।
मेडिकल में उपचार करने पहुंचे
14 जनवरी को व्यंकटेश करेवाड (20) की बाईं हाथ की उंगली जख्मी हुई। 15 जनवरी को पंकज कनोजिया (30) पतंग पकड़ने के चक्कर में ऊंचाई से गिरने से घायल हो गए। सुजल वर्मा (13) को पतंग पकड़ते समय सीमेंट रोड पर गिरने से दायीं जांघ में चोट लग गई और दौड़ने के कारण श्वान ने काट लिया। जीतेश मेश्राम (13) छत पर पतंग पकड़ते समय गिर पड़ा, उसके सिर में चोटें आई हैं। गौरव बोंद्रे (25) के बाएं हाथ का अंगूठा मांजे के कारण कट गया। ऋतुजा मोहिते (25) की भी दाएं हाथ के अंगूठे के साथ दो अन्य उंगलियां कट गईं। एस. वासनिक (2.5) के बाएं हाथ का अंगूठा कट गया।
मेयो में उपचार लेने वाले ये रहे
प्रफुल बागड़े (35) का मांजा के कारण गला कट गया। गौरव सूर्यवंशी (24) की मांजे के कारण नाक चोटिल हो गई। दिलीप ठिंगनेकर (40) उंगली कट गई। मोहम्मद आमिर (10) के दाएं हाथ की उंगली कट गई। रोहित कोलारे (24) का दायां कान मांजे से कट गया। विलास मेश्राम (25) का गला मांजा से कट गया। इसी प्रकार, रोहित श्याम (30) के दाएं हाथ की उंगली कटी, तो सचिन घोड़ेकर (40) का भी मांजे से गला कटा। नरेश वानखेड़े (20) के दाएं हाथ में चोट आई है। मांजे से जय कुमार (32) के बाएं हाथ की उंगली कटी। हर्षल ठाकरे (15) पतंग उड़ाते समय गिरने की वजह से बुरी तरह से चोटिल हो गया, हालांकि हालत स्थिर बताई जा रही है।
सादिक को पतंग उड़ाना पड़ा भारी
सादिक गुलाम नबी शेख (35) को पतंग पकड़ना भारी पड़ गया। बुधवार को छत पर पतंग पड़ते समय अचानक वह नीचे गिर गया, जिससे रीड्ढ की हड्डी में चोट आने के अलावा गंभीर चोटें आईं। उसे ट्रॉमा केयर सेंटर में भर्ती करवाया गया। फिलहाल मरीज की हालत बहुत अच्छी नहीं बताई जा रही है।
उंगली में लगे तीन टांके
मानकापुर के गीता नगर निवसी प्रतीक मोटघरे गांधीबाग से अपनी मोटर साइकिल से मानकापुर की ओर जा रहे थे, तभी बुधवार को दोपहर 3 बजे गाडलाइन के पास मांजा डला हुआ था। मांजा चेहरे से लगता उसके पहले ही उन्होंने उसे हटाने का प्रयास किया, इस प्रयास में बाएं हाथ की उंगली कट गई। उपचार के दौरान 3 टांके लगाए गए।
फोटो जर्नलिस्ट के जीभ व होंठ कटे
मांजे के कारण फोटो जर्नलिस्ट जसप्रीत सिंह टुटेजा के चेहरे पर गंभीर चोटें आईं हैं। कड़बी चौक से सदर की ओर फ्लाईओवर से जाते समय अचानक से मांजा चेहरे पर आ लगा। इससे उसके होंठ और जीभ कट गए। निजी अस्पताल में उपचार के दौरान 8 टांके लगाए गए।
मांजे से गला कटा
नरेन्द्र नगर निवासी 32 वर्षीय युवक को मानेवाड़ा चौक पर मोटरसाइकिल से जाते समय बुधवार सुबह 9:30 बजे मांजे के कारण गला, बाएं हाथ का अंगूठा व उंगली कट गई। उपचार के िलए मरीज को ऑरेेंज सिटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इमरजेंसी में मरीज का उपचार किया गया। गोलू मेश्राम (25) का मांजे के कारण एक्सिडेंट हो गया। गला, दायां कान, बाएं हाथ की उंगली और अंगूठे में चोटंे आईं।
‘वाे काट’ के जुनून ने आखिरकार जख्म दे ही दिया
उड़ानपुलों पर पहरे के बावजूद मांजे की चपेट से आने से राहगीर गिरते-पड़ते रहे। लगभग दो दर्जन लोग घायल हुए। मकर संक्रांति पर बुधवार को दिन भर ‘वो काट’ की आवाज शहर में गूंजती रही। प्रतिबंध होने के बावजूद नायलॉन मांजे का खूब इस्तेमाल हुआ। हादसों से बचने के लिए राहगीरों को सावधानी बरतने की अपील पुलिस विभाग ने की थी, इसके बाद भी हादसे होते रहे। नवनिर्मित सदर उड़ान पुल को बंद कर दिया गया था। साथ ही दही बाजार, इतवारी रेलवे स्टेशन, सक्करदरा, नरेंद्र नगर उड़ानपुल, पांचपावली आदि स्थानों पर यातायात विभाग के कर्मी तैनात थे, लेकिन खूनी मांजा लोगों को लहूलुहान करता रहा।