आईएसआईएस में भर्ती होने गए मजीद को मिली जमानत 

आईएसआईएस में भर्ती होने गए मजीद को मिली जमानत 

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-17 16:49 GMT
आईएसआईएस में भर्ती होने गए मजीद को मिली जमानत 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई में राष्ट्रीय जांच ऐजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने के कथित मामले में आरोपी अरिब मजीद को जमानत प्रदान कर दी है, लेकिन जमानत के आदेश पर 27 मार्च तक अमल नहीं होगा। 
आरोपी मजीद को जमानत प्रदान किए जाने के बाद एनआईए के वकील ने कहा कि वे जमानत के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देना चाहते हैं, इसलिए इस आदेश पर रोक लगाई जाए। न्यायाधीश ने इस आग्रह को स्वीकार करते हुए जमानत आदेश पर 27 मार्च तक के लिए रोक लगा दी। कल्याण निवासी मजीद को इस मामले में साल 2014 में गिरफ्तार किया गया था। मजीद अपने तीन दोस्तों के साथ तीर्थयात्रा के नाम पर मई 2014 में ईराक गया था। वहां से सिरिया जाकर आतंकी संगठन आईएसआईएस में भर्ती हुआ था। बाद में पता चला कि मजीद के साथ गए तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। जबकि मजीद तुर्की के रास्ते नवंबर 2014 में भारत वापस लौट आया था। 

पांच साल से मुंबई की आर्थर रोड जेल में  बंद मजीद ने पहले हाईकोर्ट में जमानत के लिए आग्रह किया था लेकिन हाईकोर्ट ने उसे एनआईए कोर्ट में आवेदन करने का निर्देश दिया था। इसके बाद मजीद ने एनआईए कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन किया था। जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने मजीद को जमानत प्रदान कर दी। एनआईए के मुताबिक मजीद ने आईएसआईएस की ओर से किए गए हमलों में शामिल हुआ था। इस दौरान उसे गोली भी लगी थी। उसकी मुलाकात अफगानिस्तान के एक नागरिक से हुई थी जिसने उसे आईएसआईएस में भर्ती होने में मदद की। बाद में  डर की वजह से उसने भारत वापस आने का निर्णय किया। इसके लिए उसने तुर्की स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया। दूतावास में मजीद ने कहा था कि उसका पासपोर्ट खो गया है और वह भारत वापस जाना चाहता है। 

Tags:    

Similar News