बीएचआर घोटाले का मुख्य आरोपी झंवर गिरफ्तार
नाशिक से धराया बीएचआर घोटाले का मुख्य आरोपी झंवर गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, जलगांव। भाईचंद हीराचंद राईसोनी यानी बीएचआर मल्टिशेड्यूल्ड क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसाइटी में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के मास्टर माइंड सुनील झंवर को पुणे आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने मंगलवार की सुबह नाशिक से गिरफ्तार कर लिया है. झंवर विगत 27 नवम्बर 2020 से फरार चल रहा था। जिले के जामनेर तहसील स्थित एक छोटे कस्बे में स्थापन की गई, बीएचआर सोसाइटी की महाराष्ट्र समेत तीन अन्य राज्यों में करिब 200 से ज्यादा शाखाएं कार्यरत थीं। इस सोसाइटी में करीब 1200 करोड़ का घोटाला उजागर होने के बाद 27 नवम्बर 2020 को पुणे आर्थिक अपराध शाखा ने उपायुक्त भाग्यश्री नवटके के मार्गदर्शन में सोसाइटी के तत्कालीन लिक्विडेटर जितेंद्र कंडारे समेत सुनील झंवर के कार्यालय व निवास पर छापे डाले थे. साथ ही इस घोटाले में लिप्त कई लोगों के घरों व दफ्तारों में भी छापेमारी की गई थी। गत दिनों इस छापे मारी में जलगांव, धुलिया सहित अन्य जगहों से करीब 12 लोगों की गिरफ्तारी भी हुइ्र थी। लेकिन झंवर व कंडारे फरार हो गए थे
पिछले माह जितेंद्र कंडारे को मध्यप्रदेश के इंदौर से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि, झंवर तब भी बच निकला और इंदौर, उज्जैन होते हुए झंवर नाशिक में छिप गया था। पुलिस लगातार झंवर की तलाश कर रही थी कि, पुलिस को झंवर के नाशिक में छिपे होने की जानकारी मिली। खबर मिलते ही उपायुक्त भाग्यश्री नवटके ने उस निवास की घेराबंदी कर ली जहां, झंवर छिपा हुआ था. पुलिस ने मंगलवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे झंवर को गिरफतार करने के बाद सबसे पहले उसका मेडिकल चेकअप कराया और फिर पुणे ले गई।