मध्यप्रदेश के सीएम बोले - ओबीसी समुदाय का दुख करीब से देखने के बाद ही निकलेगा आरक्षण
महाराष्ट्र मध्यप्रदेश के सीएम बोले - ओबीसी समुदाय का दुख करीब से देखने के बाद ही निकलेगा आरक्षण
डिजिटल डेस्क, बीड। जिले की परली तहसिल में शुक्रवार को मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ओबीसी समुदाय का दुख करीब से देखने के बाद ही आरक्षण का कोई हल निकल सकता है। गोपीनाथ गढ़ में स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि जब ओबीसी आरक्षण रद्द होने की खबर मिली, मैं अदालत गया। इस दौरान मेरा साथ कोई देगा की नहीं, मुझे इसकी परवाह नहीं थी। इस मुद्दे की तरफ ध्यान आकर्षित करने जिस जानकारी की आवश्यकता थी वह जानकारी हासिल की गई। चार माह तक दिन रात उसी पर काम किया और ओबीसी आरक्षण लेकर ही मैने चैन की सांस ली, लेकिन महाराष्ट्र में सही पहल की जाती तो ओबीसी आरक्षण का कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलता। इस मौके पर भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव पंकजा मुंडे, सांसद प्रितम मुंडे उपस्थित थीं।
गोपीनाथ मुंडे ने इतिहास रचा
मुंडे राजनीति में लंबे समय से सक्रिय थे। जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से उनका रिश्ता पुराना था। बात 1980 की करें तो तब से 1985 और 1990 से 2009 तक वह विधायक रहे। फिर लोकसभा चले गए। साल 1992 से 1995 तक महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। इसके बाद 2009 में बीड संसदीय सीट से सांसद चुने गए। लोकसभा चुनाव में भी वह इसी सीट से जीते। उनकी छवि जमीनी नेता की थी। वह राजनीतिक विरोधियों से भी अच्छे संबंध रखने के लिए जाने जाते थे। उनका अच्छा जनाधार माना जाता था.