कपास और धान की फसल के नुकसान का होगा पंचनामा, सरकार करेगी मदद 

कपास और धान की फसल के नुकसान का होगा पंचनामा, सरकार करेगी मदद 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-05 13:49 GMT
कपास और धान की फसल के नुकसान का होगा पंचनामा, सरकार करेगी मदद 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कपास की फसल पर बोंडअली कीड़ा लगने से हुए किसानों के नुकसान का पंचनामा किया जाएगा। मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने यह फैसला लिया है। प्रदेश के राहत और पुनर्वसन मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि राज्यभर में कपास की फसलों का हुए नुकसान का पंचनामा किया जाएगा। इसके अलावा धान की फसलों पर तुडतुडे कीड़े लगने से हुए नुकसान का भी पंचनामा होगा। पाटिल ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को पंचनामे का आदेश दिए गए हैं। पाटिल ने बताया कि पंचनामे के बाद प्रदेश सरकार की तरफ से किसानों को नुकसान भरपाई के लिए केंद्र के राष्ट्रीय आपदा सहायता बल (एनडीआरएफ) के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा।

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प्रदेश सरकार करेगी किसानों की हर संभव मदद

पाटिल ने कहा कि यदि एनडीआरएफ ने यह कहते हुए मदद से इनकार कर दिया कि उनके मापदंड में नहीं बैठता है, तो प्रदेश के एसडीआरएफ के माध्यम से किसानों की मदद की जाएगी। पाटिल ने कहा कि जिन किसानों ने फसल बीमा करवाया है। उन्हें फसल बीमा का लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त जिन कंपनियों के कपास की बीज खराब निकले हैं। उनके कारण ही फसलों का नुकसान हुआ है। ऐसी कंपनियों की तरफ से भी किसानों की मदद की जाएगी। 

बोंडअली की चपेट में आई 48 प्रतिशत कपास, खास किस्म की "इल्ली" 

बोंडअली एक किस्म का कीड़ा होता है। इस बार खरीफ फसल में लगभग 48 प्रतिशत कपास की फसलें बोंडअली की चपेट में आई हैं। इस कारण इसका साफ असर कपास उत्पादन पर पड़ेगा। कॉटन पर इल्लियों की मार पड़ी है। ये एक खास किस्म का कीड़ा है, जिसे इल्ली या स्थानीय भाषा में "बोंडअली" कहते हैं। उसका प्रभाव बढ़ गया। जो फसल को खत्म कर देती है। इसके डर से किसान अधिक मात्रा मे कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं। जो उनके लिए परेशानी का सबब बनता दिख रहा है। 

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