संयुक्त परिवार में रहने से होती है सफलता की राह आसान
बागवान संयुक्त परिवार में रहने से होती है सफलता की राह आसान
डिजिटल डेस्क, यवतमाल। परिवार के बिना हमारा जीवन अधूरा है। प्रत्येक व्यक्ति की कामयाबी में परिवार का बहुत बड़ा योगदान होता है। संयुक्त परिवार में रहने से हमारा जीवन सुखमय बन जाता है। और सफलता की राह भी आसान होती है यह कहना है पुसद के पालडीवाल के आउट निवासी 93 वर्षीय छगनलाल धूत का।
आपकी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण वह कौन-सा पल था जिसमें आपने सफलता पाई और वह किस तरह आनेवाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकता है?
पुसद आने के पहले हम शेंबाल पिंप्री में रहते थे। वहां कपड़े की दुकान थी। हमारे बेटे ओमप्रकाश ने दुकान संभाली। हमारे नातियों की शिक्षा पुसद में हुई। बड़े नाती आनंद ने पुसद में मेडिकल स्टोअर्स शुरू किया। कुछ दिन बाद 2006 में हम सब पूरे परिवार के साथ पुसद में रहने के लिए आ गए। छोटा नाती अतुल अभी भी शेंबाल पिंप्री में कपड़े की दुकान संभाल रहा है। आज बच्चे पढ़-लिखकर काबिल बन गए हंै।
आपने जिंदगी में जो अनुभव प्राप्त किए है, वे किस तरह भविष्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते है?
मैं दुकान चलाने के साथ खेती भी करता था। जिससे आर्थिक मदद मिलती थी। हमारे बेटे और बहुओं ने परिवार की एकता काे बरकरार रखने में अपना पूरा सहयोग दिया। मैंने बच्चों को अच्छे संस्कार दिए। बड़ों का मार्गदर्शन बच्चों के लिए बेहद जरूरी है। आज चौथी पीढ़ी को देखकर बेहद खुशी होती है। बच्चे मेरा बहुत ध्यान रखते हैं। मेरा परिवार ही मेरी असली विरासत है।
अपने शहर, समाज और देश के लिए अब क्या करना चाहते है, आज की पीढ़ी को क्या करने की जरूरत है?
हमारा परिवार सामाजिक कार्यों में सदैव अग्रसर रहता है। मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। इसलिए जरूरतमंदों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें। युवा पीढ़ी से यही अपील है कि वे अच्छी आदतें अपनाएं। तभी जीवन में सफल हो सकेंगे।