महाराष्ट्र के 400 आश्रम स्कूलों में खोले जाएंगे पुस्तकालय
महाराष्ट्र के 400 आश्रम स्कूलों में खोले जाएंगे पुस्तकालय
डिजिटल डेस्क, मुंबई। आदिवासी आश्रम स्कूलों में पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। राज्य के 400 आश्रम स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए पुस्तकालय खोले जाएंगे। इसमें अमरावती, नागपुर, नाशिक और ठाणे विभाग के 100-100 आश्रम स्कूलों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 3 करोड़ रुपए मंजूर किया है। योजना के पहले चरण में अमरावती के धारणी परियोजना कार्यालय से जुड़े आश्रम स्कूलों में पुस्तकालय खोले जाएंगे। मार्च 2021 तक सभी आश्रम स्कूलों में यह सुविधा उपलब्ध करना होगा।
राज्य सरकार के आदिवासी विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है। इसके मुताबिक विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत पुस्तकालय खोलने के लिए निधि की मंजूरी दी गई है। भोपाल के एकलव्य फाऊंडेशन और नाशिक के आदिवासी विकास आयुक्त के माध्यम से पुस्तकालय खोलने की योजना को लागू किया जाएगा। एकलव्य संस्था की विज्ञान के लिए कबाड़ से जुगाड़ इस परिकल्पना पर आधारित किताबों को विद्यार्थियों के बीच बांटा जाएगा। इसके अलावा विज्ञान संवाद के लिए वेबसाइट तैयार की जाएगी। प्रदेश सरकार का कहना है कि विज्ञान विषय के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखते हुए आश्रम स्कूलों के पुस्तकालयों को मजूबत करके उसको आधुनिक बनाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की जा रही है।
शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सामग्री प्रकाशित की जाएगी। इसके साथ ही स्कूल स्तर पर विज्ञान कार्य पुस्तिका, विज्ञान पूरक वाचन सामग्री, शिक्षक सामग्री तैयार की जाएगी। हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में विज्ञान से जुड़ी सामग्री का मराठी में अनुवाद करके बाल वैज्ञानिक कार्य पुस्तिका तैयार की जाएगी। इसको आश्रम स्कूलों के विद्यार्थियों को बांटा जाएगा। विज्ञान विषय पर अलग-अलग पोस्टर तैयार किया जाएगा।