नागपुर के मेडिकल कालेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी
नागपुर के मेडिकल कालेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी
डिजिटल डेस्क, नागपुर । नागपुर के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर एक महिला डॉक्टर से लाखों रुपए लेने का मामला प्रकाश में आया है। यह प्रकरण उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का है। पीड़ित और आरोपी दोनों गोरखपुर के ही रहने वाले हैं। अब जांच का जिम्मा नागपुर के बर्डी पुलिस को मिला है।
एडमिशन न होने पर वापस मांगे पैसे, सामने आई सचाई
जानकारी के अनुसार गोरखपुर के राप्ती नगर स्थित पत्रकारपुरम निवासी डॉ. रीता पी गौतम (48) को अपनी बेटी को नागपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कराना था। इसलिए डॉ. रीता जुगाड़ में लगी हुई थीं। यह पूरा मामला 20 सितंबर 2018 से सात अक्टूबर 2019 के बीच का है। इसी दौरान डॉ. रीता गोरखपुर के शाहपुर निवासी उमेश डोंगरे और प्रयागराज निवासी आयुष पांडे के संपर्क में आईं। आरोप है कि इन दोनों ने डॉ. रीता को मैनेजमेंट कोटे से उनकी बेटी के एडमिशन का आश्वासन दिया। उमेश और आयुष ने नागपुर के मेडिकल कॉलेज में अच्छी जान-पहचान होने तक का हवाला दिया।
डॉ. रीता के जाल में फंसने के बाद उमेश और आयुष उन्हें नागपुर लेकर आए। बर्डी के होटल में रुके। यहीं पर एडमिशन के नाम पर उमेश और आयुष ने डॉ. रीता से 15 लाख रुपए लिए। रुपए देने के बाद भी डॉ. रीता की बेटी का एडमिशन मेडिकल कॉलेज में नहीं हुआ। परेशान होकर डॉ. रीता ने उमेश और आयुष से अपने रुपए वापस मांगे। लेकिन उसके पैसे वापस नहीं हुए। इसके बाद डॉ. रीता ने उमेश और आयुष के खिलाफ गोरखपुर में ही प्रकरण दर्ज कराया। चूंकि घटना नागपुर की है, इसलिए बर्डी पुलिस को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस प्रकरण में कुछ अन्य लोगों की भी संलिप्तता की आशंका है।