अब तक कीर्ति का शव नहीं खोज सकी मुबई पुलिस, चलती कार में हुई थी हत्या 

अब तक कीर्ति का शव नहीं खोज सकी मुबई पुलिस, चलती कार में हुई थी हत्या 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-08 14:12 GMT
अब तक कीर्ति का शव नहीं खोज सकी मुबई पुलिस, चलती कार में हुई थी हत्या 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कार में मिले खून के धब्बों, सीसीटीवी कैमरों और आरोपियों के कबूलनामे के जरिए कीर्ति व्यास हत्याकांड को सुलझाने का दावा कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के लिए सबसे बड़ी चुनौती लाश खोजना है। पुलिस की शुरूआती लापरवाही के चलते अब शव किस हालत में और कहां मिलेगा इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। आरोपियों ने लाश वडाला इलाके में जिस नाले में फेंकी थी वह समुद्र से जुड़ा हुआ है। बताए गए नाले में गोताखोरों की मदद से तलाशी के दौरान अब तक शव नहीं मिला है। इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि शव समुद्र तक पहुंच गया है।  

गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई  
पुलिस अब समुद्र किनारे मिले अज्ञात शवों के बारे में भी विभिन्न पुलिस स्टेशनों से भी जानकारी हासिल कर रही है। बी ब्लंट नाम के सलून में बतौर फाइनांस मैनेजर काम करने वाली कीर्ति 16 मार्च को घर से काम पर जाने के लिए निकली थी। लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटी। परिवार ने डीबी मार्ग पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। काफी दिनों तक परेशान रहे परिवार ने आखिरकार मुंबई पुलिस आयुक्त दत्तात्रय पडसलगीकर से मुलाकात कर गंभीरता से जांच की गुहार लगाई।

इसके बाद पडसलगीकर ने छानबीन की जिम्मा अपराध शाखा को सौंपा। जांच अधिकारियों ने सीसीटीवी तस्वीरें जुटाईं जिससे साफ हुआ कि घर से निकलने के बाद कीर्ति इसी सैलून में काम करने वाली खुशी साजवानी की कार में बैठी थी। इसके बाद कार की फारेंसिक जांच के दौरान उसमें कीर्ति के खून के धब्बे मिले। इसी आधार पर खुशी और उसके प्रेमी सिद्धेश ताम्हणकर को गिरफ्तार किया गया। 

पूछताछ में खुलासा 
आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि सिद्धेश को कीर्ति ने काम में लापरवाही को लेकर नोटिस दिया था। दोनों चाहते थे कि कीर्ति नोटिस वापस ले। लेकिन किर्ति के ऐसा करने से इनकार करने पर उसकी जान ले ली गई। उन्होंने बताया कि खुशी कार चला रही थी जबकि कीर्ति अगली सीट और सिद्धेश पिछली सीट पर बैठा था। इसी दौरान विवाद के बाद सिद्धेश ने कपड़े से कीर्ति का गला घोंट दिया। इसके बाद दोनों शव कार में रखकर सलून गए। वहां काम खत्म करने के बाद शव वडाला के नाले में फेंक दिया। घटना को करीब दो महीने बीत गए हैं इसलिए अधिकारियों को डर है कि शव नष्ट न हो गया हो।   

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