भाजपा को सत्ता से बाहर रखना हमारी प्राथमिकता - सावंत, कई दिग्गजों ने चखा हार का स्वाद

भाजपा को सत्ता से बाहर रखना हमारी प्राथमिकता - सावंत, कई दिग्गजों ने चखा हार का स्वाद

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-24 14:08 GMT
भाजपा को सत्ता से बाहर रखना हमारी प्राथमिकता - सावंत, कई दिग्गजों ने चखा हार का स्वाद

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा चुनाव आने के बाद कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता से बाहर रखने की रहेगी। सावंत ने कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम के मुताबिक भाजपा 102 सीटों पर आगे चल रही है जबकि शिवसेना 63 सीटों पर, कांग्रेस 41 सीटों पर, राकांपा 54 सीटों पर आगे चल रही है। 14 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। सावंत ने कहा कि हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है। हालांकि कांग्रेस की प्रचार समिति के सदस्य संजय लाखे पाटिल ने सावंत के इस ट्वीट की आलोचना की। पाटिल ने फेसबुक पर पोस्ट किया, ‘‘यह राजनीतिक दिवालियापन और मूर्खता है। कांग्रेस को इस तरह सियासी आत्महत्या करने से दूर रहना चाहिए। इसके बजाए पार्टी को मजबूत विपक्ष बनकर जनता का आत्मविश्वास जीतना चाहिए।


एकनाथ खडसे की बेटी भी हारी, लातूर से दोनों देशमुख भाई बने विधायक 

विधानसभा चुनाव में कई दिग्गजों को जीत मिली तो कईयों को अप्रत्याशित हार नसीब हुई है। कांग्रेस-राकांपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने विपरित परिस्थितियों में जीत हासिल कर वापसी की है। मुख्यमंत्री फडणवीस नागपुर से चुनाव जीत गए हैं। शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के सुपुत्र आदित्य ठाकरे मुंबई की वर्ली सीट से भारी मतों से जीत हासिल की है। जबकि बीड से महिला व बाल कल्याण मंत्री पकंजा मुंडे और सतारा लोकसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार उदयनराजे भोसले की हार से भाजपा को तगड़ा झटका लगा है।लोकसभा चुनाव हारने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण नांदेड की भोकर से विधानसभा चुनाव में उतरे थे। चव्हाण चुनाव जीत गए हैं। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी अपनी परपंरागत सीट कराड से फिर से विधायक बनने में कामयाब रहे हैं। राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार बारामती से सातवीं बार विधायक चुने गए हैं। जबकि शरद पवार के पौते रोहित पवार भी जामखेड-कर्जत सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के विधायक पुत्र अमित देशमुख के अलावा अमित के छोटे भाई धीरज देशमुख भी लातूर से चुनाव जीते हैं। पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा नितीन राऊत नागपुर से चुनाव जीत गए हैं।  

70 हजार वोटों से जीते आदित्य ठाकरे 

शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में वरली विधानसभा सीट से जीत दर्ज की। ठाकरे परिवार से कोई चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य 29 वर्षीय आदित्य ने राकांपा के अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी सुरेश माने को 70,000 से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान आदित्य ठाकरे ने कई रोडशो किए थे और पैदल मार्च निकाले थे। उन्होंने आरे कॉलोनी में पेड़ों को काटने तथा मुंबई की नाइटलाइफ जैसे मुद्दे उठाए थे। युवा शिवसेना नेता ने अपने प्रचार अभियान के दौरान कहा था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र को ‘‘विकास का मॉडल’’ बनाना चाहते हैं। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में गैर-मराठी मतदाताओं तक भी पहुंच बनायी थी। 

सोशल मीडिया पर चर्चा

सोशल मीडिया पर आदित्य को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रुप में पेश किया जा रहा है। दरअसल शिवसेना कांग्रेस-राकांपा के समर्थन से सरकार बनाने लायक सीट हासिल कर चुकी है। इस बीच कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा को सत्ता से दूर करना ही उनकी प्राथमिकता होगी।     


 

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