- आतंकियों ने CRPF जवानों को निशाना बनाकर ग्रेनेड हमला किया
- हमले के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से तिलमिलाया पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार नापाक हरकतों को अंजाम दे रहा है। जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के हबाक चौंक पर बुधवार को संदिग्ध आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया। आतंकियों ने CRPF के जवानों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला किया। हालांकि उनका निशाना चूक गया, लेकिन हमले में 1 नागरिक घायल हो गया। इसके बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
#UPDATE Jammu and Kashmir: One civilian injured in grenade attack at Habak Chowk in Srinagar. https://t.co/dC88UZuab0
— ANI (@ANI) January 8, 2020
सेना पर ग्रेनेड हमले का सिलसिला जारी
आतंकी, भारतीय सुरक्षाबलों पर लगातार ग्रेनेड हमला कर रहे हैं। इससे पहले भी 2 नवंबर को श्रीनगर के हरि सिंह हाई स्ट्रीट मार्केट इलाके में ग्रेनेड हमला किया था। इसमें एक गैर कश्मीरी की मौत हो गई और करीब 25 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वहीं 28 अक्टूबर को सोपोर में बस स्टैंड के हमले में 6 लोगों को गंभीर चोट पहुंची थी और 19 लोग साधारण रूप से घायल हुए थे। इसी के बाद से सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। वहीं 26 अक्टूबर को भी आतंकियों ने श्रीनगर के करण नगर में भी ग्रेनेड फेंका था, जिसमें CRPF और पुलिस के 6 जवान घायल हुए थे।
आतंकियों की घुसपैठ की फिराक में पाक
भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान निरंतर भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है। बता दें कि पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार सीजफायर का उल्लंघन करना एक षड्यंत्र है। हालांकि पाकिस्तान के इस नापाक इरादे से भारतीय सेना भी बेहद अच्छे से वाकिफ है। दरअसल पिछले लंबे समय से पाकिस्तान सीमा पार से निरंतर गोलीबारी की आड़ में भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है, लेकिन भारतीय सेना उसकी इस कोशिश को कामयाब नहीं होने दे रही है।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान को भारतीय सेना LoC के रास्ते से घुसपैठ नहीं करने दे रही है तो वह कभी ड्रोन के जरिए भारत पर नजर रख रहा है तो कभी समुद्री रास्ते से भारत के अंदर आने की कोशिश कर रहा है। बता दें कि BSF ने गुजरात के कच्छ जिले के हरामी नाला और सरक्रीक क्षेत्र से 12 अक्टूबर और 5 अक्टूबर को कुल 7 पाकिस्तानी बोट्स बरामद की थी। हालांकि सर्च ऑपरेशन के दौरान BSF को कुछ भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।