लोकसभा चुनाव 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर धर्म आधारित राजनीति करने का लगाया आरोप,कहा राम सबके हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-15 13:28 GMT

डिजिटल डेस्क,श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर धार्मिक राजनीति करने का आरोप लगाया। अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए धर्म पर आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया। अब्दुल्ला ने आगे कहा कि देश में सदियों से अलग धर्म के लोग यहां एकजुट होकर रहें है। उन्होंने पीएम को धर्म की राजनीति न करने को कहा। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से मोदी अपनी कुर्सी के लिए देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में मीडिया से बातचीत करते हुए अब्दुल्ला ने मोदी और बीजेपी की ‘राम भक्ति’ की आलोचना करते हुए कहा कि भगवान राम सबके हैं, वे केवल हिंदुओं की ‘संपत्ति’ नहीं हैं। उनके सार को हर धर्म के लोग महसूस करते हैं। यह कहे जाने पर  मोदी पहले ही इस आरोप से इनकार कर चुके हैं, फारूक ने कहा,“दुर्भाग्य से मोदी अपनी कुर्सी के लिए देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। कुर्सी नहीं रहती, देश रहता है। प्रधानमंत्री जो कह रहे हैं वह विध्वंसक है। नेकां चीफ ने कहा, “चाहे हम हिंदू हों, मुस्लिम हों, सिख हों या कोई अन्य, हमें अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए देश को बचाने के वास्ते एक साथ रहना होगा।

समाचार एजेंसी यूनीवार्ता से मिली जानकारी के मुताबिक अब्दुल्ला ने एक सवाल के जवाब में कहा, “मैं धार्मिक कार्ड नहीं खेल रहा हूं। हम क्या हैं और हमें क्या करना चाहिए, हमारा धर्म अच्छी बातें सिखाता है। कोई भी धर्म बुरा नहीं है, ये लोग हैं, जो बुरे हैं। उन्होंने पूछा, “प्रधानमंत्री मोदी क्या कर रहे हैं, क्या वह राम मंदिर नहीं जाते और वहीं नहीं रहते? वह क्या दिखाना चाह रहे हैं? क्या वह अशांति और नफरत नहीं पैदा कर रहे हैं? क्या राम सिर्फ हिंदुओं के लिए हैं? राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं, राम प्रत्यक्ष रूप से चारों ओर हैं और वे सबके हैं। राम को केवल हिन्दुओं का बनाना चाहते हैं और यह सच नहीं है।

यह पूछे जाने पर कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि नेकां ने उन्हें संसदीय चुनाव लड़ने के लिए उकसाया, अब्दुल्ला ने कहा, “क्या फारूक अब्दुल्ला के पास उन्हें उकसाने की ऐसी शक्ति है? उन्होंने कहा, हम मुंबई में एक साथ थे और मैंने उससे कहा कि हम बात करेंगे। लेकिन उन्होंने कहा कि हम कश्मीर में बात करेंगे। वह चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं, लेकिन वह अपना वादा भूल गई।

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