लौटने लगी है धरती की जन्नत की रौनक, सैलानियों को खूब आकर्षित कर रहा पोलो व्यू बाजार

  • धरती की जन्नत
  • लौटने लगी रौनक
  • आकर्षित कर रहा पोलो व्यू बाजार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-06 16:03 GMT

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर, अजीत कुमार. मिनी लंदन कहे जाने वाले 'पोलो व्यू बाजार' में घूमते हुए कश्मीरियों और सैलानियों के चेहरे की चमक कश्मीर घाटी के बदले माहौल की कहानी बयां करती है। शनिवार को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 समाप्त किए चार साल पूरे हुए थे। घाटी में आए इस बदलाव की कहानी को देश और दुनिया तक पहुंचने के लिए हमने यहां के स्थानीय लोगों से बातचीत की।


कश्मीरी नौजवान अब्दुल गफ्फार वानी, जो यहां के एक प्रतिष्ठित कॉलेज के छात्र हैं, ने बताया कि पिछले चार साल में घाटी के माहौल में जो बदलाव देखने को मिल रहा है, उससे हमलोगों को एक उम्मीद जगी है। यहां जी-20 सम्मेलन के सफल आयोजन से पूरी दुनिया में संदेश गया है कि घाटी में अमन चैन बहाल हो रहा है। जगदीश रैना बताते हैं कि चार साल पहले यहां शाम ढलते ही पूरे इलाके में सन्नाटा पसर जाता था। लेकिन अब सिर्फ मिनी लंदन ही नहीं, बल्कि दूसरे बाजारों में भी रात 9.30 बजे तक लोग बेफिक्र घूम रहे हैं।


पिकनिक स्पॉट बना झेलम रिवर फ्रंट

जम्मू कश्मीर सरकार के एक अधिकारी मुजफ्फर बेग ने बताया कि 2016 तक श्रीनगर में आए दिन पत्थरबाजी सहित कोई न कोई वारदात होती रहती थी। यहां आम लोगों का जीना मुश्किल था। लेकिन ऐसी घटनाएं अब बीते दिनों की बात हो चुकी है। अब लोग अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट से भी सुंदर बने झेलम रिवर फ्रंट पर देर रात तक सुकून के साथ चहलकदमी करते हुए देखे जा सकते हैं। पर्यटक तनवीर अहमद कहते हैं कि पहले यहां चारों तरफ गंदगी का अंबार था। लेकिन अब इस जगह पर घंटों समय बिताने का मन करता है और यह पिकनिक स्पॉट बन गया है। रात के समय रोशनी में नहाए इस रिवर फ्रंट की खूबसूरती और निखर जाती है।


श्रीनगर को नया स्वरूप देने की हो रही कोशिश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के कायाकल्प का जो अभियान शुरू किया है, वह आमलोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। उपराज्यपाल कहते हैं कि श्रीनगर को नया स्वरूप देने की कोशिश हो रही है। पोलो व्यू बाजार के नजदीक संडे बाजार भी लगता है, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ सैलानियों की भीड़ देखी जा सकती है। लगभग एक किलोमीटर तक सड़क के दोनों ओर स्थानीय कारोबारी सुबह नौ बजे से ही अपने सामान से बाजार को सजा देते हैं। इसके बाद शुरू होता है ग्राहकों के आने का सिलसिला, जो दिन ढलने के साथ जन सैलाब में तब्दील हो जाता है।


दुबई से लौटकर संभाल रहे कोल्ड स्टोरेज

श्रीनगर से लगभग 35 किलोमीटर दूर पुलवामा में सुपर फ्रेश कंपनी के मैनेजर मीर अजहर अंजुम मिले। पेशे से आईटी इंजीनियर 45 वर्षीय अंजुम लगभग 15 साल दुबई में रहने के बाद अपने पुश्तैनी शहर पुलवामा वापस लौटे हैं और यहां कोल्ड स्टोरेज संभाल रहे हैं। उनके कोल्ड स्टोरेज में लगभग 600 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है। बातचीत में मीर अंजुम ने बताया कि पुलवामा इंडस्ट्रियल एरिया में लगभग 20,000 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं। उनके कोल्ड स्टोरेज में आए सेव पैकेजिंग के बाद देश-विदेश में भेजे जा रहे हैं। यह बदलाव पिछले दो वर्ष में हुआ है। इन्हें सरकार की तरफ से सब्सिडी भी मिल रही है।

हिलाल अहमद वानी पुलवामा के एक किसान हैं। उनके सेब के बगीचे के एक कोने में थोड़ी सी जमीन पर पॉली ग्रीन हाउस बना हुआ है। इसमें उन्होंने जकुनी की खेती शुरू की है। जकुनी बिना बीज वाला एक तरह खीरा होता है।


स्मार्ट मीटर को लेकर दिखी नाराजगी

जम्मू कश्मीर में सरकार खस्ताहाल बिजली व्यवस्था को सुधारने के काम को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने की कोशिश कर रही है। लेकिन स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में कुछ नाराजगी दिखी। उन्हें समझाया जा रहा है कि स्मार्ट मीटर से बिजली का बिल कई गुना ज्यादा बढ़ जायेगा। ड्राइवर जुबैद खान कहते हैं कि उनका बिजली बिल दो से तीन गुना बढ़ गया है। इस बारे में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकार लोगों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराकर विकास की गति को तेज करने का प्रयास कर रही है। लोग भ्रमित न हों। बिजली का बिल नहीं बढ़ेगा। अगर किसी की शिकायत है तो सरकार उसका समाधान करेगी।

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