सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के शुद्ध पानी से होगी बगीचों की सिंचाई
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के शुद्ध पानी से होगी बगीचों की सिंचाई
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भविष्य में जलसंकट से बचने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर नालियों का गंदा पानी शुद्ध कर बगीचों में सिंचाई तथा अन्य उपयोग में लाया जाएगा। मनपा की मुख्य प्रशासकीय इमारत के सामने से बहने वाले नाले पर एसटीपी प्लांट लगाकर इसकी शुरुआत की गई। महापौर संदीप जोशी के हस्ते एसटीपी प्लांट का उद्घाटन किया गया। इसी तरह शहर में अन्य जगह प्लांट लगाकर नालियों के पानी का इस्तेमाल करने की मनपा ने योजना बनाई है। मनपा प्रशासकीय इमारत के सामने नाले पर जपान के जोकासु कंपनी का एसटीपी संयंत्र लगाया गया है।
गंदे पानी पर प्रक्रिया कर प्रतिदिन 5 हजार लीटर पानी शुद्ध करने की इस संयंत्र की क्षमता है। नाले में बहता दूषित पानी एसटीपी संयंत्र से शुद्ध किया जाएगा। इस पानी का मनपा परिसर में बगीचे की सिंचाई के लिए किया जाएगा। गंदे पानी पर प्रक्रिया कर उसे उपयोग में लाने पर पानी और बिजली की बचत होगी। महापौर ने कहा कि शहर के अन्य नालों पर एसटीपी संयंत्र लगाकर बगीचे, खेल के मैदान, पीने के अतिरिक्त अन्य काम के लिए इस पानी का उपयोग करने पर शुद्ध पानी की बचत होगी। उद्घाटन अवसर पर उपमहापौर मनीषा कोठे, मनपा में सत्तापक्ष नेता संदीप जाधव, नेता प्रतिपक्ष तानाजी वनवे, जलप्रदाय समिति सभापति पिंटू झलके, उपसभापति भगवान मेंढे, अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, जलप्रदाय विभाग की कार्यकारी अभियंता श्वेता बैनर्जी, मनोज गणवीर, राइट वॉटर सोल्यूशन के अभिजीत गान आदि उपस्थित थे।
कंडक्टर पर कड़ी कार्रवाई , एसटी कामगार ने की नियमों में सुधार की मांग
नए जीआर के अनुसार अब एसटी बसों में एक भी यात्री बिना टिकट पाए जाने पर संबंधित कंडेक्टर पर तगड़ी कार्रवाई हो रही है। इसके तहत 5 साल तक पदोन्नति रोकना या फिर सेवामुक्त करना शामिल है। इसका विरोध करते हुए महाराष्ट्र एसटी कामगार सेना की ओर से परिवहन मंत्री को इस संबंध में निवेदन देकर नियमों में शिथिलता लाने की मांग की गई है। निवेदन में बताया कि, इस तरह के कठोर नियम कंडेक्टर के लिए अन्यायकारक है। आने वाले समय में कंडेक्टर बसों में सीट से ज्यादा यात्री नहीं लेने से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हाल ही में अमरावती में हुए विभागीय कार्यकारणी बैठक में भी सेना के गणेशपेठ डिपो के सचिव मंगेश कामडी ने मांग की ओर ध्यानाकर्षित किया है। कंडेक्टरों पर हो रहे अन्याय को रोकते हुए उपरोक्त नियमों में शिथिलता लाने की उम्मीद कर्मचारी वर्ग कर रहे हैं।