IRCTC करेगा रोजाना 72000 बोतल रेल नीर का उत्पादन, 9 जगहों पर लगाएगा प्लांट
IRCTC करेगा रोजाना 72000 बोतल रेल नीर का उत्पादन, 9 जगहों पर लगाएगा प्लांट
डिजिटल डेस्क,नागपुर। रेलवे स्टेशन, प्लेटफार्म और ट्रेन के यात्रियों को शत-प्रतिशत रेल नीर का बोतल बंद पानी मिले इसके लिए आईआरसीटीसी ने नागपुर सहित 9 जगहों पर प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। आईआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी को सूचित किया गया है कि नए प्लांट का निर्माण सबसे पहले नागपुर में किया जाएगा। उसके बाद संकरेल (हावड़ा),जगिरोड़ (गुवाहाटी), जबलपुर, भुसावल, ऊना, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और भुवनेश्वर में भी रेल नीर के संयंत्र लगेंगे।
19 लाख लीटर तक पहुंची देश में मांग
रेलवे में पानी की दैनिक मांग देश भर में 19 लाख लीटर तक पहुंच गई है, जबकि आईआरसीटीसी के 10 संयंत्र केवल 11 लाख लीटर बोतलबंद पानी प्रदान करने में सक्षम हैं। इस कमी के कारण ट्रेन और स्टेशनों में दूसरे ब्रांड की बोतलें बिक रही हैं। आईआरसीटीसी द्वारा नए संयंत्रों को लगाने से मांगें पूरी होने की संभावना है। अप्रैल 2019 में 7 नए रेल नीर संयंत्र हापुड़ (उत्तर प्रदेश), सानंद (गुजरात) और मंडीदीप (मध्य प्रदेश) में स्थापित किए गए हैं।
यहां लगेंगे नए संयंत्र
आईआसीटीसी के उत्पाद रेल नीर के प्लांट नागपुर, संकरेल (हावड़ा), जगिरोड़ (गुवाहाटी), जबलपुर, भुसावल, ऊना, विजयवाड़ा, विशाखापटनम और भुवनेश्वर में स्थापित किए जाएंगे, जो प्रतिदिन 9 लाख लीटर बोतलबंद पानी का उत्पादन करेंगे। वर्तमान में बाजार से नौ लाख लीटर बोतलबंद पानी की आपूर्ति की जाती है। नागपुर में इसका कार्य 2-3 माह में शुरू होने वाला है। इसके बाद विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और भुवनेश्वर में भी रेल नीर संयंत्र स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। इस तरह नए संयंत्र लगने से बोतलबंद पानी का उत्पादन लगभग 20 लाख लीटर दैनिक होगा, जिससे बड़े पैमाने पर यात्रियों की मांगों को पूरा किया जा सकेगा। इसके बाद अन्य ब्रांडों पर निर्भर रहने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। नागपुर में शुरू होने वाले प्लांट से प्रतिदिन 72 हजार बॉटल का उत्पादन होगा।
2-3 माह में कार्य शुरू होगा
नागपुर में रेल नीर प्लांट का कार्य 2-3 माह में शुरू हो जाएगा। अभी रेल नीर की डिमांड पूर्ण हो रही है, लेकिन भविष्य के लिए प्लांट बनाया जा रहा है। यहां प्रतिदिन 72 हजार बॉटल का उत्पादन होगा। - आर. सिद्दिकी, एरिया मैनेजर, आईआरसीटीसी