बीच बाजार में सटोरिए ने ऑटो पाटर््स व्यापारी को उतारा मौत के घाट
सतना बीच बाजार में सटोरिए ने ऑटो पाटर््स व्यापारी को उतारा मौत के घाट
डिजिटल डेस्क, सतना। अमरपाटन कस्बे के सतना तिराहे पर एक सटोरिए ने रुपयों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में ताबड़तोड़ फायरिंग कर ऑटो पाटर््स व्यापारी को मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने के बाद भी दुस्साहसी आरोपी पुलिस के आने तक घटना स्थल पर ही बाइक पर बैठा रहा और सैकड़ों लोगों की भीड़ के बीच कहता रहा कि हां मैंने ही गोली मारी है। पुलिस ने बताया कि तहसील के पीछे रहने वाले दिलीप कुमार पुत्र चुन्नीलाल जैन 45 वर्ष, मैहर रोड पर ऑटो पाटर््स की दुकान चलाते हैं। मंगलवार रात को बाइकों के टायर खरीदने के लिए सतना तिराहे पर संचालित बाबा टायर हाउस पहुंचे, जहां आरोपी शिवचरण गुप्ता, निवासी पुरानी बस्ती पहले से मौजूद था। दोनों के बीच पुराने लेनदेन को लेकर तीखी बहस हो गई, जिसके बाद दिलीप अपनी बाइक पर बैठकर वहां से जाने लगे थे तभी आरोपी ने देशी पिस्टल से एक के बाद एक 3 फायर झोंक दिए, जिनमें से 2 गोलियां मृतक के गले और सिर में जा धंसी, जिससे मौके पर ही बाइक समेत सड़क पर गिर गए और उनकी मौत हो गई, वहीं तीसरा राउंड मिस हो गया।
मौके से नहीं भागा आरोपी ---
ताबड़तोड़ फायरिंग की आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो सटोरिया शिवचरण बाइक पर बैठकर भागने की फिराक में था, जिसे नरेन्द्र पटेल ने बातों के जाल में उलझाकर रोक लिया और पुलिस को खबर कर दी। कुछ देर में ही थाना प्रभारी संदीप भारतीय दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए और आरोपी को हिरासत में लेते हुए दोनों पिस्टल जब्त कर लिए। पुलिस के आने तक आरोपी बेखौफ होकर यही कहता रहा कि उधारी नहीं चुकाने के बाद भी मृतक उसके साथ गाली-गलौज कर रहा था, जिसके कारण गुस्से में आकर गोली मार दी। वह बार-बार पैंट में रखे दोनों पिस्टल लोगों को दिखा भी रहा था। पुलिस के मुताबिक आरोपी शिवचरण सट्टा खिलवाने का काम करता था, उसके खिलाफ सट्टा अधिनियम के कई अपराध भी दर्ज हैं।
आरोपी से पूछताछ के लिए एएसपी पहुंचे अमरपाटन ---
बीच बाजार में हुई सनसनीखेज वारदात की खबर लगते ही एएसपी सुरेन्द्र जैन और मैहर एसडीओपी लोकेश डाबर अमरपाटन जा पहुुंचे। दोनों ही अधिकारियों ने अस्पताल जाकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की और फिर घटना स्थल का मुआयना कर प्रत्यक्षदर्शियों से सवाल-जवाब किए। इसके बाद एएसपी ने थाने जाकर आरोपी शिवचरण गुप्ता से पूछताछ शुरू कर दी, ताकि हत्या के पीछे की असली वजह का पता लगाया जा सके।