विदर्भ के कई जिलों में-ओलावृष्टि से फसलें चौपट, कई जगह खुले में रखा धान भीगा
विदर्भ के कई जिलों में-ओलावृष्टि से फसलें चौपट, कई जगह खुले में रखा धान भीगा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ के कई शहरों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि सेे रबी की फसलें चौपट हो गईं। साथ ही जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शीतलहर के बीच बारिश ने ठंड और बढ़ा दी है लोग ठंड से कांप रहे हैं।
अमरावती में मोर्शी, वरुड, तिवसा, अंजनगांव सुर्जी और भातकुली तहसीलों के कई गांवों में धुआंधार बारिश के साथ पांच मिनट से अधिक समय तक करीब एक इंच आकार के ओले गिरते रहे। मोर्शी और तिवसा तहसील में संतरे के बगीचों के साथ ही अन्य फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। कुछ तहसीलों में बदरीले मौसम के कारण फसलों पर विभिन्न रोगों ने आक्रमण कर दिया है।
विदर्भ के कई जगहों पर मौसम की मार पड़ी है। भंडारा में गुरुवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई जिससे तुमसर तहसील के रेंगेपार, कर्कापुरा, पांजरा परिसर में रबी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। गोंदिया जिले में भी सुबह से ही लगभग सभी तहसीलों में थम-थमकर मेघ बरसते रहे। बारिश से चना और तुअर की फसलों को नुकसान होने की आशंका कृषि विशेषज्ञों ने जताई है। वर्धा जिले की आर्वी, आष्टी शहीद, कारंजा (घा.) देवली, हिंगणघाट, समुद्रपुर तथा सेलू तहसील में कहीं भारी वर्षा तो कहीं ओलावृष्टि के कारण खेतों में रखी खरीफ फसलों के साथ ही हाल ही में बोयी गई रबी की फसलें भी बर्बाद हो गईं।
यवतमाल शहर में गुरुवार सुबह करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश होती रही। इससे खरीफ और रबी दोनों ही फसलें प्रभावित होने की आशंका पैदा हो गई है। चंद्रपुर जिले के कुछ स्थानों पर थम-थमकर हल्की वर्षा होती रही जिससे खेत में खड़ी रबी फसलें संकट में पड़ गईं। गड़चिरोली जिले में भी रबी फसलों का नुकसान होने के साथ ही आदिवासी विकास महामंडल के गोदामों में रखे धान को भी क्षति पहुंची। कई जगहों पर धान बाहर खुले में रहने से वह भीग गया है जिससे किसानों को अब इस धान की कीमत मिलेगी की नहीं यह भय बना हुआ है।