अभिभावकों से मिली तो गणवेश-किताब-नोटबुक के लिए मनमानी कीमत वसूलने वाले स्कूलों पर कसेगा शिकंजा
मापतौल विभाग अभिभावकों से मिली तो गणवेश-किताब-नोटबुक के लिए मनमानी कीमत वसूलने वाले स्कूलों पर कसेगा शिकंजा
डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र। किताब, नोटबुक, गणवेश (यूनिफॉर्म) समेत दूसरी चीजों के लिए अभिभावकों से मनमानी वसूली करने वाले स्कूलों पर मापतौल विभाग ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। मापतौल विभाग ने अभिभावकों से स्कूल की ओर से मनमानी कीमत वसूलने पर विभाग से शिकायत करने की अपील की है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मापतौल विभाग) डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने कहा कि विभाग ने पाया है कि अभिभावकों और छात्रों को स्कूल की ओर से किताब, नोटबुक, गणवेश जैसे सामान खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है। यही नहीं, इन सामान के लिए अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से ज्यादा दर वसूली जाती है या इससे जुड़े नियमों को ताक पर रख कर एमआरपी बताई ही नहीं जाती। यह कानून का गंभीर उल्लंघन है और इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती।
उठाएंगे कड़े कदम
मापतौल विभाग की ओर से सभी लोगों से अपील की गई है कि अगर उनकी नजर में इस तरह का मामला आए तो इसकी शिकायत मापतौल विभाग से जरूर करें। विभाग फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाएगा। सिंगल ने कहा कि हम सभी अभिभावकों और विद्यार्थियों से आग्रह करते हैं कि वे इस मुहिम में शामिल हों और स्कूल से जुड़ी खरीदारी के दौरान होने वाली धोखाधड़ी का पर्दाफाश करें।
अभिभावक हुए खुश
मापतौल विभाग के कदम से अभिभावक काफी खुश हैं। गोवंडी निवासी रूबी खान ने बताया कि उनका बेटा यहां के एक निजी स्कूल में पढ़ता है। उसकी किताब, नोटबुक, टिफिन, जूते, गणवेश और बैग के लिए स्कूल प्रबंधन हर साल मनमाने पैसे वसूलता है। खान के कहा कि हमें समझ नहीं आता था कि शिकायत किससे करें।