मंत्रिमंडल के फैसलों पर अमल नहीं हुआ तो देना होगा जवाब, जानिए विधानभवन में कमांडो ने क्यों की घेराबंदी?

मंत्रिमंडल के फैसलों पर अमल नहीं हुआ तो देना होगा जवाब, जानिए विधानभवन में कमांडो ने क्यों की घेराबंदी?

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-23 16:21 GMT
मंत्रिमंडल के फैसलों पर अमल नहीं हुआ तो देना होगा जवाब, जानिए विधानभवन में कमांडो ने क्यों की घेराबंदी?

डिजिटल डेस्क, मुंबई/नागपुर। राज्य मंत्रिमंडल में लिए गए फैसलों को प्रत्यक्ष रूप में लागू न होने की स्थिति में संबंधित विभाग को अब जवाब देना पड़ेगा। विभागों को बताना पड़ेगा कि आखिर मंत्रिमंडल में मंजूर फैसले को क्यों नहीं लागू किया जा सका और उस पर अमल करने का सुझाव भी देना होगा। सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसलों के प्रत्यक्ष लागू होने के संबंध में रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश सभी विभागों को दिया है। गुरुवार को राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से इस संबंध में सर्कुलर जारी किया गया। इसके अनुसार मंत्रिमंडल की बैठकों में लिए गए फैसलों पर कितना अमल हुआ, इसकी हर माह समीक्षा होती है। अब संबंधित विभाग को इसकी रिपोर्ट देनी होगी। सरकार ने सभी विभागों को रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक विवरण पत्र दिया है। जिसमें अलग-अलग आठ कॉलम हैं। इसमें बैठक की तारीख, विषय, संबंधित विभाग, शासनादेश जारी करने की तारीख, कार्यवाही पूरा होने का विवरण और फैसले को लागू न होने का कारण बताना पड़ेगा। 

विधान भवन परिसर में कमांडो ने डाली घेराबंदी

उधर उपराजधानी नागपुर में बुधवार को संविधान चौक स्थित विधान भवन परिसर में माकड्रिल की गई। दोपहर के समय अचानक पुलिस के कमांडो विधान भवन परिसर के चारों ओर गश्त लगाने लगे। अंदर और बाहर पुलिस के जवान हथियारों से लैस होकर घुस गए। उस दौरान आस-पास नागरिकों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस कमांडो की घेराबंदी देखकर हर कोई यह जानने के लिए उतावला था िक विधान भवन के अंदर और बाहर पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त क्याें है। जब नागरिकों को पता चला िक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के उद्देश्य से पुलिस कमांडो का माकड्रिल चल रही है, तब आस-पास के परिसर में हाथठेला लगाने वाले, फुटपाथ के दुकानदारों और नागरिकों ने राहत भरी सांस ली। दूसरी तरफ क्राइम मीटिंग में पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम ने पुलिस अधिकारियों के साथ आगामी दिसंबर माह में उपराजधानी में होने वाले शीतकालीन अधिवेशन के बंदोबस्त पर चर्चा की। पुलिस आयुक्त ने कौन अधिकारी क्या जिम्मेदारी संभालेगा, इस बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई। 

बाहर से कम बुलाए जाएंगे पुलिस जवान

सूत्रों के अनुसार सह पुलिस आयुक्त शिवाजी बोडखे के कंधों पर शीतसत्र बंदोबस्त की बागडोर होगी। यातायात पुलिस उपायुक्त रविंद्र परदेसी को शहर में यातायात की व्यवस्था संभालनी होगी। शहर में मेट्रो रेल परियोजना का कार्य शुरू है। शहर से निकलने वाले मोर्चे के कारण यातायात में बाधा उत्पन्न न हो, इसके लिए यातायात पुलिस उपायुक्त को रणनीति बनाने को कहा गया है। इस बार बंदाेबस्त में बाहर से करीब डेढ़ हजार पुलिस जवानों को नहीं बुलाया जा रहा है। करीब 2 हजार ही पुलिस जवानों को बुलाया गया है। पुलिस आयुक्त के मुताबिक पुलिस जवान शीतसत्र बंदोबस्त के लिए सक्षम हैं।

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