हाईकोर्ट ने दी पुलिस को हिदायत, हर एक बच्चा परिवार और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण 

हाईकोर्ट ने दी पुलिस को हिदायत, हर एक बच्चा परिवार और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-07 14:28 GMT
हाईकोर्ट ने दी पुलिस को हिदायत, हर एक बच्चा परिवार और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने कहा है कि पुलिस लापता नाबालिग बच्चों का पता लगाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करे। ताकि ऐसे बच्चों की तलाश को प्रभावी बनाया जा सके। बच्चा एक परिवार के लिए नहीं राष्ट्र के लिए भी महत्व रखता है। पुलिस इस बात को गंभीरता से समझे। हम किसी लापता बच्चे के बचपन को नहीं लौटा सकते हैं, पर इतना तो कर सकते हैं कि मिलने के बाद वह अच्छा जीवन बीता सके।

लापता बच्चों को तलाशने में पुलिस की निष्क्रिय
जस्टिस एससी धर्माधिकारी और जस्टिस भारती डागरे की खंडपीठ ने लापता बच्चों को तलाशने में पुलिस की निष्क्रियता को देखते हुए यह टिप्पणी की। इसके साथ ही सुझाव के तौर पर कहा कि पुलिस गायब बच्चों का पता लगाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करे खास तौर से सोशल मीडिया का। पुलिस लापता बच्चों की तस्वीरे रेलवे प्लेटफार्म व एयरपोर्ट जैसी जगहों पर लगाई जाए साथ उन्हें खोजने के लिए सीसीटीवी कैमरों की भी मदद ली जाए। यदि यह कदम उठाया गया तो कोई न कोई व्यक्ति लापता बच्चों की तस्वीर देखकर पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना देगा।

बच्चे कहां है पता लगाना जरूरी
हाईकोर्ट में एक महिला की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई चल रही है। याचिका में दावा किया गया है कि उसकी बेटी पांच साल से लापता है। सुनवाई के दौरान खंडपीठ ने कहा कि हम मानते हैं  कि लापता बच्चे जिंदा हैं, पर वे किसकी दया पर जी रहे हैं इसका पता लगाना भी जरूरी है। खंडपीठ ने कहा कि हमने अक्सर देखा है कि सार्वजनिक उद्यानों में लोग अपने बच्चे को घोडे की सवारी कराते हैं। इस काम में भी कई बार नाबालिग बच्चों को लगाया जाता है। काम कर रहे बच्चों के विषय में कोई किसी के पास शिकायत नहीं करता। पार्किंग लाट में भी छोटे बच्चे काम करते देखे जाते हैं। इन जगहों से पुलिस की गश्त करती गाड़िया गुजरती हैं। लेकिन कोई भी काम करते छोटे बच्चों के बारे में नहीं पूछता है। यह बेहद हैरानीपूर्ण है।

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