गुलजार रहेंगे बाजार - पाबंदी नहीं

पालकमंत्री का यू-टर्न गुलजार रहेंगे बाजार - पाबंदी नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-10 08:58 GMT
गुलजार रहेंगे बाजार - पाबंदी नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। श्री गणेश स्थापना के पहले शहरवासी सहित व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। फिलहाल शहर में सख्त प्रतिबंध नहीं लगेंगे। इसे लेकर शासन-प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। पालकमत्री डॉ. नितीन राऊत ने स्पष्ट किया कि अभी सख्त पाबंदी लगाने का विचार नहीं है। तीन दिन पहले नागपुर में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े डबल डिजिट में आने शुरू हो गए थे, लेकिन अभी कम हैं। स्थिति पर हम नजर रखे हुए हैं। पाबंदी लगाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। नागरिक त्योहार मनाएं, लेकिन भीड़ न करें। त्योहार मनाते समय कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करें। 

पालकमंत्री ने दिए थे संकेत : गौरतलब है कि तीन दिन पहले पालकमंत्री ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए नागपुर में सख्त पाबंदी लगाने की जानकारी दी थी। शाम 4 बजे दुकानें और रात 8 बजे तक रेस्टोरेंट शुरू रखने समेत शनिवार-रविवार को बाजार बंद रखने के संकेत दिए थे। पालकमंत्री के इस बयान के बाद राजनीति से लेकर व्यापार जगत में हलचल मच गई है। खुद सरकार के मंत्रियों में इसे लेकर मतभेद नजर आ रहे थे। मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार ने साफ कहा था कि सरकार स्तर पर पाबंदी लगाने के संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है। 

जरूरी होने पर होगा विचार

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी सख्त पाबंदी लगाने की खबरों को खारिज किया था। सख्त पाबंदी की खबरों से व्यापार जगत में आक्रोश देखा जा रहा है। नाग विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स सहित अनेक व्यावसायिक संगठनों ने इसका तीव्र विरोध किया था। चारों तरफ से हो रहे विरोध को देखते हुए आखिरकार पालकमंत्री ने सख्त प्रतिबंध लगाने के अपने निर्णय को फिलहाल स्थगित कर दिया है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर है। जरूरी होने पर इस पर विचार किया जाएगा।

लॉकडाउन लगाने के बजाय निगरानी बढ़ाएं


सरकार जगाओ, वाणिज्य बचाओ संघर्ष समिति (एसजेवीबीएसएस) के संयोजक दीपेन अग्रवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. से मिला। बार-बार लाॅकडाउन के कारण खड़ी हो रही न‌ई चुनौतियों से आगाह करते हुए कहा कि प्रशासन पाॅजिटिव मामलों में मामूली वृद्धि से संवेदनशील है, लेकिन नागरिकों के दु:ख और कठिनाई के प्रति संवेदनशील नहीं है। लॉकडाउन लगाने के बजाय प्रशासन निगरानी बढ़ाए कि नागरिक कोविड गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं या नहीं।

आतिथ्य क्षेत्र को मिले और राहत

संघर्ष समिति के सह-संयोजक दिलीप कामदार ने बताया कि राज्य में आर्थिक गतिविधियां देरी से शुरू हुई हैं। आतिथ्य क्षेत्र को और राहत मिलनी चाहिए। हालांकि, मनोरंजन उद्योग को प्रभावी ढंग से परिचालन शुरू करने की अब तक अनुमति नहीं मिली है।

सकारात्मकता दर 0.22% : संघर्ष समिति के समन्वयक मिकी अरोरा ने कहा कि पिछले तीन दिन से लगातार दो अंकों के सकारात्मक मामले सामने आने के बाद भी नागपुर जिले की साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.22% है, जो राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 5% के सावधानी चिह्न से काफी नीचे है। वर्तमान में 66 सक्रिय मामलों के आंकड़े से स्पष्ट होता है कि जिले में पर्याप्त ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं। महामारी की स्थिति की साप्ताहिक समीक्षा के बाद काम के घंटों को कम करने या पूर्ण, आंशिक लॉकडाउन लगाने के बजाय आर्थिक गतिविधियों को और खोलने की सिफारिश करें।

भीड़ से बचने की सलाह : मनपा आयुक्त ने कहा कि ओणम त्योहार के बाद केरल में पॉजिटिव मामलों में तेजी से वृद्धि हुई। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सक्रिय प्रतिबंधों का प्रस्ताव रखा था। हितधारकों के साथ परामर्श के बाद फिलहाल जिले में प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को हटा दिया गया है। यदि पॉजिटिव मामले बढ़ते हैं, तो प्रशासन को कड़े निर्णय लेने पड़ेंगे। मनपा आयुक्त ने व्यापारिक समुदाय और नागरिकों से आह्वान किया है कि वे कोरोना के नियमों का कड़ाई से पालन करें। भीड़ में जाने से बचें। उत्सव सावधानी से मनाएं।

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