भावुक होकर बोले कृपाशंकर, कठिन परिस्थितियों में भी समाज ने नहीं छोड़ा साथ

भावुक होकर बोले कृपाशंकर, कठिन परिस्थितियों में भी समाज ने नहीं छोड़ा साथ

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-12 13:02 GMT
भावुक होकर बोले कृपाशंकर, कठिन परिस्थितियों में भी समाज ने नहीं छोड़ा साथ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुर्भाग्यवश एक आरोप लगा लेकिन समाज ने साथ दिया, कभी छोड़ा नहीं। परिस्थितियां बदलती रहती हैं। पत्नी भी कहती कि भगवान परीक्षा ले रहे हैं। उतार चढ़ाव जिंदगी का हिस्सा हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपा शंकर सिंह ने मन की बात कुछ इस तरह सामने रखी। आय से अधिक सम्पत्ति मामले में अदालत द्वारा बरी किए जाने के बाद उत्तरभारतीय समाज द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में उन्होंने इन बातों का जिक्र किया।

दरअसल सिंह के सम्मान में उत्तरभारतीय समाज ने सम्मान समारोह रखा था, जिसमें उन्होंने भावुक होकर कहा कि हमेशा समाज के लिए कुछ करना चाहूंगा। समाज ने बहुत प्यार सम्मान दिया। समय समय पर बुजुर्गों का भी मार्गदर्शन मिलता रहा।

उत्तरभारतीय समाज की तरफ से सम्मान समारोह
इस मौके पर कृपाशंकर सिंह ने कहा कि 7-8 साल पहले उनके ऊपर बहुत बड़ा कलंक लगा था, लेकिन उनका संयम और संतुलन नहीं बिगड़ा। क्योंकि ईश्वर और न्यायिक व्यवस्था पर अटूट विश्वास था। उन्होंने कहा कि कलंक लगने के बावजूद भी समाज की ओर से सम्मान में कोई कमी नहीं आयी। जहां जाता था, वहां पहले जैसा ही सम्मान मिलता था। समाज की मुझसे जो अपेक्षा है, उसे पूरा कर पाऊं या न कर पाऊं, लेकिन उसके लिए कोशिश जरूर करूंगा। सिंह ने पूर्व मंत्री दिवंगत डॉक्टर रामनोहर त्रिपाठी को याद करते  कहा कि त्रिपाठीजी का मेरे जीवन में बड़ा सहयोग रहा।

कृपाशंकर सिंह का हुआ सम्मान
पूर्व मंत्री चंद्रकांत त्रिपाठी ने कहा अपने ही लोग ईर्ष्या से कृपा शंकर को टारगेट कर पूरे उत्तर भारतीय समाज पर प्रहार कर रहे थे। जितनी सहनशीलता और धैर्यता से उन्होंने परिस्थितियों का मुकाबला किया, उसकी प्रशंसा करनी जरूरी है। इस अवसर पर तेगा सिंह,शारदा  प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक रमेश सिंह, मुंबई भाजपा सचिव अजय सिंह, एड. कल्पनाथ गिरी, केएन सिंह, राकापा  नेता अखिलेश सिंह उदयप्रताप सिंह, बब्बन सिंह,महेंद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद थे। 

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