आदिवासी महिला की जमीन बेचकर हड़प ली रकम
बरगी थाने में आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज आदिवासी महिला की जमीन बेचकर हड़प ली रकम
डिजिटल डेस्क जबलपुर। बरगी थाना क्षेत्र स्थित डुंगरिया में आदिवासी महिला की जमीन को बेचकर राशि हड़पे जाने की शिकायत पर आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीडि़त महिला का कहना था कि जमीन को करीब 8 लाख में बेचकर जालसाजों ने पहले रकम उसके खाते में जमा कराई फिर उस राशि को खाते से निकालकर आपस में बाँट लिया। जाँच उपरांत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर प्रकरण को जाँच में लिया गया है।
जानकारी के अनुसार बरगी सालीवाड़ा के ग्राम मुंडा टोला में रहने वाली सियाबाई गोंड ने वर्ष 2014 में ग्राम डुंगरिया में 0.39 हेक्टेयर और 0.57 हेक्टेयर भूमि 4 लाख 95 हजार रुपए में क्रय की थी। इसके बाद आदिवासी महिला सियाबाई ने उक्त जमीन को बेचने का सौदा घमापुर निवासी संजय शिवहरे से 8 लाख 90 हजार में किया था। सौदा कर संजय ने सियाबाई से कहा कि कलेक्टर जबलपुर की अनुमति मिलने के बाद वह जमीन की रजिस्ट्री करा लेगा। जमीन का सौदा होने की जानकारी लगने पर बरगी नारायणपुर निवासी अजय सतनामी उर्फ महेंद्र, राजा डुंगरिया के सरजू मसराम व बरबटी के भूरा नामदेव ने मिलकर गोराबाजार निवासी विक्रम सिंह अटवाल से साँठगाँठ कर जमीन की रजिस्ट्री उनके नौकर रामकृष्ण के नाम पर करा दी। शिकायत की जाँच के बाद बरगी पुलिस ने अजय सतनामी, सरजू मसराम, भूरा नामदेव, रामकृष्ण तेकाम, विक्रम सिंह व रामाधार भूमिया के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
झाँसा देकर अँगूठा लगवाया
पीडि़त महिला ने बताया कि अजय सतनामी व उसके साथियों ने वर्ष 2022 में कहा कि जमीन का सौदा हो गया है और संजय ने उसे बुलाया है। सभी उसे रजिस्ट्री कार्यालय ले गए और वहाँ पर जमीन की रजिस्ट्री करा दी। उसके बाद बैंक आफ महाराष्ट्र नारायणपुर के खाते में 6 लाख 75 हजार रुपए व एक दूसरा खाता खुलवाकर दो लाख रुपए उसमें जमा कराए और फिर उस राशि को बैंक से निकाल लिया।
जालसाजी कर राशि ट्रांसफर कराई
पुलिस के अनुसार जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद सियाबाई के नाम पर बैंक खाते में जमा कराई गई रकम को आरोपियों ने जालसाजी कर मंगेली निवासी रामाधार भूमिया के बैंक खाते में ट्रांसफर करा दिया। जब सियाबाई को जानकारी लगी तो उसने विरोध किया, जिसके बाद आरोपियों ने महिला को साढ़े 8 लाख का चैक दिया जो कि बैंक से क्लीयर नहीं हुआ।