मराठा समाज के विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए नीति बनाएगी सरकार- चंद्रकांत

नीति होगी तैयार मराठा समाज के विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए नीति बनाएगी सरकार- चंद्रकांत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-19 15:55 GMT
मराठा समाज के विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए नीति बनाएगी सरकार- चंद्रकांत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा समाज के विद्यार्थियों को शैक्षणिक सुविधाएं-सहूलियत देने के लिए राज्य सरकार बार्टी, टीआरटीआई, महाज्योति की तर्ज पर सारथी संस्था के लिए भी समान नीति तैयार करेगी। राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने यह जानकारी बुधवार को दी। पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा के लिए इससे पहले 250 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता था, जो अब बढ़ा कर 750 कर दी गई है। इन विद्यार्थियों को 8 महीने तक हर महीने 8 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। इसके अलावा केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) के लिए जिन विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता है, उनकी संख्या भी 250 से बढ़ा कर 500 कर दी गई है। सरकार इन विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस के तौर पर डेढ़ से दो लाख रुपए भरती है। इन विद्यार्थियों को निर्वाह भत्ते के रूप में 10 महीनों तक हर महीने 13 हजार रुपए दिए जाते हैं। बार्टी के तर्ज पर पीएचडी फेलोशिप को लेकर भी सकारात्मक फैसला लिया गया है। पाटील ने कहा कि मराठा समाज के छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल बनाने का काम चल रहा है। मराठवाडा के मराठा समाज को कुनबी प्रमाणपत्र देने को लेकर राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने का फैसला किया गया है। सुप्रीम कोर्ट में प्रलंबित याचिका पर प्रभावी रुप से पक्ष रखने के लिए अनुभवी और वरिष्ठ वकील की नियुक्ति के लिए टास्कफोर्स समिति भी बनाई जा रही है। मराठा समाज के जिन विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल उपलब्ध नहीं है, सरकार स्वाधार योजना के तहत उन्हें प्रति माह 6-6 हजार रुपए देगी। अण्णासाहेब पाटील आर्थिक पिछड़ा महामंडल, कौशल विकास विभाग और दूसरे विभागों के जरिए मराठा समाज के युवकों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके लिए स्वरोजगार के लिए 20 मई, 2022 से पहले कर्ज लेने वाले युवकों को 15 लाख रुपए तक के कर्ज पर 5 वर्षों तक 12 फीसदी या अधिकतम साढ़े चार लाख रुपए तक ब्याज की रकम वापस दी जाएगी।    

बैठक में हंगामा 

मंत्री पाटील की अध्यक्षता में मंगलवार शाम मराठा समाज को आरक्षण और सुविधा देने के लिए गठित मंत्रिमंडल की उप-समिति की बैठक हुई, जिसमें हंगामा हो गया। पाटील के खिलाफ नारेबाजी की गई। मराठा समाज के समन्वयकों ने बैठक में पाटील से कई तीखे सवाल पूछे जिस पर वे निरुत्तर हो गए। मराठा क्रांति मोर्चा के महाराष्ट्र राज्य समन्वयक अंकुश कदम ने आरोप लगाया कि पाटील समाज में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए उन्हें समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया जाना चाहिए। 

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