गोरेवाड़ा जू अब होगा खास, जल्द ही मिल सकता है इंटरनेशनल तमगा
गोरेवाड़ा जू अब होगा खास, जल्द ही मिल सकता है इंटरनेशनल तमगा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। वर्ष 2020 में पर्यटन क्षेत्र में नागपुर का बड़ा नाम हो सकता है। देश में बनने वाले 10 इंटरनेशनल जू में गोरेवाड़ा जू का भी नाम शामिल हो सकता है। हालांकि इसकी कोई अधिकृत पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन जानकारों की मानें तो जगह को देखते हुए इसे इस दर्जे से नवाजा जा सकता है। विदेश में जिस तरह जू का निर्माण होता है, ठीक इसी तरह भारत में भी जू बनने वाले हैं।
देश में 10 स्टेट जू अथॉरिटी
यहां वन्यजीवों को बिना जाली के मोटे पारदर्शी कांच में रखा जाता है। सेंटर जू अथॉरिटी की ओर से देश में ऐसे 10 जू का निर्माण किया जाने वाला है। वर्तमान में देश में 10 स्टेट जू अथॉरिटी पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब व झारखंड में हैं।
इसलिए नागपुर को चांस
महाराष्ट्र में मुंबई में इसके बनने के ज्यादा आसार थे, लेकिन अधिकारियों की मानें तो नागपुर के गोरेवाड़ा को भी यह चांस मिल सकता है, क्योंकि नये गोरेवाड़ा पार्क भव्य जगह पर बनाई जा रही है। यहां 539 हेक्टेयर पर विकास करने की घोषणा वन मंत्रालय ने वर्षों पहले ही की थी। इस विकास कार्य में इंडियन सफारी के साथ अफ्रीकन सफारी का निर्माण होनेवाला है। पहले चरण में 145 हेक्टेयर में इंडियन सफारी बनाई जानी थी। बायोपार्क व बर्ड सफारी का भी निर्माण होना था। कुल 450 करोड़ का बजट है। 200 करोड़ सरकार व बाकी खर्च निजी कंपनी को पीपीपी तर्ज पर करना था। हाल ही में टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई। एक कंपनी को इसका जिम्मा दिया गया है। इंडियन सफारी का काम लगभग खत्म हो गया है। वर्ष 2020 की शुरुआत में इसका शुरू होना तय है।
देश का सबसे ऊंचा साईं मंदिर बनाने की तैयारी
साईं भक्तों के आस्था का केंद्र वर्धा रोड स्थित श्री साईं मंदिर का नववर्ष में कायाकल्प की उम्मीद है। देश के सबसे ऊंचे और गुंबदाकार आठ मंजिल वाले मंदिर की ऊंचाई करीब 190 वर्गफीट होगी। राजस्थान के गुलाबी पत्थर मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाएंगे। मंदिर का निर्माण इस ढंग से किया जाएगा कि मंदिर के सामने से गुजरने वाली मेट्रो में सवार यात्री भी साईंबाबा के दर्शन कर सकेंगे। श्री साईं सेवा मंडल द्व्रारा मंदिर के पहले गुबंद के बाहरी हिस्से में साईंबाबा की आशीर्वाद मुद्रा वाली आदमकद प्रतिमा की स्थापना की भी योजना है। बाबा की प्रतिमा करीब 15-20 फीट ऊंची होगी। विशाल मंदिर के निर्माणकार्य पर करीब 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मेट्रो रीजन के अंतर्गत चार एफएसआई मिलेगा, जिसके लिए करीब 20 करोड़ रुपए देने होंगे। मंदिर के एफएसआई की रकम माफ करने और मंदिर के निर्माण में आर्थिक सहयोग के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा जाएगा। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी तथा शिर्डी संस्थान से भी आर्थिक मदद मांगी गई है।
‘अन्नामृत योजना’
इस्कॉन की ओर से शालेय बच्चों को टिफिन उपलब्ध कराने के लिए ‘अन्नामृत योजना’ नववर्ष में शुरू की जाएगी। अन्नामृत फाउंडेशन ने कलमना के पास स्थित रामानुजनगर में 10 हजार वर्गफीट में प्लांट डाला है। 85 हजार शालेय बच्चों को टिफिन उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। 1 फरवरी को योजना का उद्गघाटन होगा। पहले चरण में 13 हजार बच्चों को टिफिन बांटा जाएगा। इनमें मनपा के 54 स्कूलों के 7 हजार 200 बच्चों के अलावा कामठी, बहादुरा और कोराडी नगर परिषद के स्कूलों के बच्चे लाभान्वित होंगे।