बच्चों को घर पर दें विद्यालय का माहौल- स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री परमार "हमारा घर-हमारा विद्यालय" के सफल क्रियान्वयन के लिये पालकों से सहयोग की अपील
बच्चों को घर पर दें विद्यालय का माहौल- स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री परमार "हमारा घर-हमारा विद्यालय" के सफल क्रियान्वयन के लिये पालकों से सहयोग की अपील
डिजिटल डेस्क सतना | सतना स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने "हमारा घर-हमारा विद्यालय" कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिये पालकों से सहयोग का आव्हान किया है कि बच्चों को घर पर विद्यालय का माहौल दें। उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में विद्यार्थियों की शैक्षिक निरन्तरता बनाए रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, इस दिशा में स्कूल शिक्षा विभाग ने रेडियो पर "रेडियो स्कूल", दूरदर्शन और लोकल चैनल पर "क्लास रूम" कार्यक्रमों के प्रसारण प्रारंभ करने के साथ ही व्हाटसएप के माध्यम से डिजीलेप कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी हित में प्रारंभ किया है। राज्य मंत्री श्री परमार ने कहा कि दक्षता उन्नयन की अभ्यास पुस्तिकाओं और इस वर्ष की पाठ्यपुस्तकों को भी हमारे शिक्षक साथियों ने कठिन परिश्रम कर बच्चों तक पहुँचाया है। इन सभी कार्यक्रमों के तहत किए जा रहे समवेत प्रयासों के क्रम में "हमारा घर-हमारा विद्यालय" कार्यक्रम एक भावनात्मक पारिवारिक पहल है, जो बच्चों को परिवार के सहयोग से घर पर ही पढ़ाई को सुचारु रखने में सहयोगी बन रही है। योजना के तहत विद्यार्थी अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर रहे हैं। घर के अन्य सदस्य बच्चों का सहयोग कर रहे हैं। वे ही घर में घण्टी/थाली बजाकर स्कूल प्रारंभ करते हैं और वे ही दोपहर में घण्टी/थाली बजाकर अवकाश करते हैं। विभाग द्वारा सुझावात्मक समय-सारिणी भी पालकों और विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके अनुसार सोमवार से शुक्रवार तक विषयानुरूप अध्ययन होगा तथा शनिवार को मस्ती की पाठशाला के तहत मनोरंजनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जायेंगी। वहीं शाम को 2 घंटे विद्यार्थी अपने घर के बड़े बुजुर्गों से कहानियाँ सुनकर उन पर नोट्स तैयार करेंगे और योग तथा खेलकूद की गतिविधियों का आयोजन भी अपने घर पर ही करेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग के मैदानी अधिकारी और शिक्षक साथी सुविधानुसार घर-घर जाकर बच्चों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने पालकों से आग्रह किया कि बच्चों को घर पर पढ़ाई के अनुकूल वातावरण प्रदान करें, उन्हें प्रोत्साहित करें, शिक्षकों का सहयोग करें और निरन्तर उनके संपर्क में रहें। राज्य मंत्री श्री परमार ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग का ध्येय वाक्य है, "अब पढ़ाई नही रुकेगी" के लिये किये जा रहे नवाचार सार्थक सिद्ध होंगे।