15 लोगों को फर्जी पासपोर्ट पर इग्लैंड भेज चुका गिरोह, 10 से 20 लाख रुपयों में होता था सौदा 

15 लोगों को फर्जी पासपोर्ट पर इग्लैंड भेज चुका गिरोह, 10 से 20 लाख रुपयों में होता था सौदा 

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-20 16:49 GMT
15 लोगों को फर्जी पासपोर्ट पर इग्लैंड भेज चुका गिरोह, 10 से 20 लाख रुपयों में होता था सौदा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गुजरात के पटेलों को इंग्लैड और यूके का वीजा दिलाने के लिए फर्जी नाम से पासपोर्ट बनाकर देने वाले एक गिरोह का मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने भांडाफोड किया है। मामले में गुजरात के दंपति के साथ तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी एक व्यक्ति का फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए 15 लाख रुपए लेते थे। आरोपी अब तक 15 लोगों को फर्जी पासपोर्ट पर इंग्लैंड भेज चुके हैं जबकि चार और लोगों के फर्जी पासपोर्ट तैयार थे। डीसीपी अकबर पठान ने बताया कि 28 फरवरी को एक दंपति को फर्जी पासपोर्ट पर यूएई जाने की कोशिश में पकड़ा गया था। मामले में सहार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। छानबीन में पता चला कि मूल रूप से गुजरात के रहने वाले दंपति का असली नाम हितेश और गीताबेन पटेल है। लेकिन दोनों ने 30 लाख रुपए देकर एक गिरोह से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। दरअसल पटेल उपनाम वाले गुजरात के लोगों को इंग्लैंड का वीजा मिलने में काफी मुश्किल होती है। इसके अलावा पहली बार सीधे इंग्लैंड का वीजा जल्द नहीं मिलता इसीलिए दंपति पासपोर्ट पर खाड़ी देश की यात्रा का मुहर लगाना चाहते थे। मामले में मुख्य आरोपी मनीष गोगरी है। इसके अलावा उसके दो साथियों अमित अग्रवाल और भावेश शाह को भी पुलिस ने दबोचा है। आरोपियों के पास से 14 पासपोर्ट, 11 पैनकार्ड, फर्जी कागजात, सरकारी कार्यालयों की आठ मुहरें, इंग्लैंड के वीजा आवेदन, कंप्यूटर, प्रिंटर समेत कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे लोगों के फर्जी दस्तावेज और पासपोर्ट तैयार करते थे और 10 से 20 लाख रुपए में उन्हें विदेश भेजते थे। खासतौर पर आरोपी गुजरात के पटेल समुदाय के लोगों को फर्जी नामों से इंग्लैंड भेज रहे थे। 

कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को चूना

अमेरिकी नागरिकों को प्रतिबंधित दवाएं बेहद कम कीमत पर बेंचने का झांसा देकर उनसे ठगी करने वाले एक गिरोह का मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने भंडाफोड़ किया है। आरोपी नागपाडा के छोटा सोनापुर इलाके से एक कॉलसेंटर के जरिए ठगी को अंजाम दे रहे थे। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पाया कि यहां 26 कर्मचारी काम कर रहे थे। आरोपी अमेरिकी नागरिकों को फोन कर उनसे यौन शक्ति बढ़ाने वाली प्रतिबंधित दवाएं कम कीमत पर घर तक पहुंचाने का वादा करते थे लेकिन सिर्फ उनसे पैसे ले लिए जाते थे दवाएं कभी नहीं भेजी जातीं थी। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।    

बेटी के सामने पति ने कर दी पत्नी की हत्या

उधर पत्नी के विवाहेत्तर संबंधों के शक में एक शख्स ने अपनी तीन साल की बेटी के सामने पत्नी की हत्या कर दी। वारदात मीरा रोड के गीता नगर इलाके की है। पत्नी की हत्या के बाद आरोपी ने उसके कथित प्रेमी से जुड़ी जानकारी घर की दीवार पर लिखी और फरार हो गया। पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। आरोपी का नाम नासिर खान (25) है। पुलिस के मुताबिक आरोपी खान को शक था कि उसकी पत्नी शमीम के किसी और से विवाहेत्तर संबंध हैं। इसके चलते दंपति में अक्सर विवाद होता रहता था। दोनों का विवाह साल 2016 में उत्तर प्रदेश में हुआ था। एक साल बाद दोनों को एक बेटी हुई और फिर खान मीरा रोड में आ गया और मोबाइल की दुकान खोल ली। लेकिन खान को शक था कि उसकी पत्नी के दीपक ठाकुर नाम के शख्स से विवाहेत्तर संबंध थे। करीब 18 दिन पहले वह अपनी पत्नी और बेटी को उत्तर प्रदेश से मीरारोड ले आया और किराए के फ्लैट में रहने लगा। खान को शक था कि शमीम फोन पर लगातार ठाकुर के संपर्क में थी। इसके चलते दंपति के बीच लगातार विवाद होता रहता था। इससे नाराज खान ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने अपने फ्लैट की दीवार पर उसके प्रेमी से जुड़ी जानकारियां लिख दीं और तीन साल की बेटी को लेकर अपनी बहन के यहां पहुंचा और उसे बहन के हवाले कर फरार हो गया। मीरारोड पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। 
 

 

Tags:    

Similar News