समुद्र में तैरते होटल पर रोक लगने से नौसेना पर भड़के गडकरी, कहा- इन्हें रोड़ा अटकाने की आदत

समुद्र में तैरते होटल पर रोक लगने से नौसेना पर भड़के गडकरी, कहा- इन्हें रोड़ा अटकाने की आदत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-11 15:17 GMT
समुद्र में तैरते होटल पर रोक लगने से नौसेना पर भड़के गडकरी, कहा- इन्हें रोड़ा अटकाने की आदत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नरीमन प्वाइंट पर समुद्र में तैरते होटल के लिए नौसेना द्वारा आपत्ति जताए जाने पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का गुस्सा फूट पड़ा। गडकरी ने कहा कि नौसेना की आपत्ति की वजह से बाम्बे हाईकोर्ट ने समुद्र में तैरते होटल तक जाने के लिए जेटी बनाने पर रोक लगा दी है। गडकरी ने कहा कि के पूरे मालाबार हिल परिसर में नौसेना नहीं है। उस जगह से नौसेना का कोई लेना देना नहीं है पर इनको काम में रोड़ा अटकाने की आदत पड़ गई है। गुरुवार को  क्रुज टर्मिनस इमारत के भूमिपूजन के मौके पर गडकरी ने कहा कि मुंबई पोर्ट ट्रस्ट मेरे पास प्रस्ताव लेकर आए। मैं इसको मंजूरी दुंगा। हम सरकार हैं। नौसेना और रक्षा मंत्रालय सरकार नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरी आधारभूत ढांचे की परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए मेरी अध्यक्षता में कमेटी बनाई है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां सामने केवल एजेंडे की कापी भी आती है तो  हम परियोजना को मंजूरी दे देते हैं।

अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल का भूमिपूजन
गडकरी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के नए अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल का भूमिपूजन किया। इस दौरान गडकरी ने कहा कि नौसेना के अफसर मेरे पास दक्षिण मुंबई में फ्लैट बनाने के लिए जगह मांगने आए थे। मैंने साफ कह दिया कि मैं नौसेना को एक इंच जमीन नहीं दुंगा। आगे से इसके लिए आना नहीं। गडकरी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पता नहीं नौसेना के सारे लोग आखिर दक्षिण मुंबई में ही क्यों रहना चाहते हैं। नौसेना के कुछ वरिष्ठ अफसर दक्षिण मुंबई में रह सकते हैं, लेकिन सभी लोगों का यहां पर क्या काम है। गडकरी ने कहा कि नौसेना की जरूरत तो सीमा पर है। उनको पाकिस्तान से लड़ना चाहिए। गडकरी जब यह बोल रहे थे उस समय उनके सामने नौसेना के पश्चिमी कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल गिरिश लूथरा बैठे थे।

जून 2019 में बन जाएगा अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल
इसी बीच गडकरी ने कहा कि मेरे मंत्रालयों में विकास कामों के लिए पैसे की कमी नहीं है। कमी इस बात कि है कि काम करने वाले लोग समय पर अपना कार्य पूरा नहीं करते। अफसरों की सरकारी सोच को प्रोफेशनल सोच में बदलने की जरूरत है। गडकरी ने कहा कि हर महीने पहली तारीख को वेतन पाने वाले अफसर करोड़ों रुपए की परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के बारे में सोच भी नहीं सकते। खैर, इसमें उनका दोष नहीं है। हमारे यहां पर व्यवस्था ही ऐसी है। पोर्ट ट्रस्ट में बनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल तीन मंजिला होगा। इसका निर्माण कार्य 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है। 300 करोड़ की परियोजना पीपीपी मॉडल पर पूरी की जाएगी। 

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