लव जिहाद-धर्मांतरण के खिलाफ कानून की मांग करते हुए हिंदूवादी संगठनों का मोर्चा

बड़ी रैली निकाली लव जिहाद-धर्मांतरण के खिलाफ कानून की मांग करते हुए हिंदूवादी संगठनों का मोर्चा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-30 09:46 GMT
लव जिहाद-धर्मांतरण के खिलाफ कानून की मांग करते हुए हिंदूवादी संगठनों का मोर्चा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हिंदूवादी संगठनों ने लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने की मांग को लेकर रविवार को मुंबई में एक बड़ी रैली निकाली। इस रैली में सत्ताधारी भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली बालासाहेबांची शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जनजागृति समिति जैसे संगठनों से जुड़े लोग भी मोर्चे में शामिल थे। सकल हिंदू समाज द्वारा आयोजित हिंदू जन आक्रोश मार्च दादर के शिवाजी पार्क से शुरू हुआ और चार किलोमीटर की दूरी कर परेल इलाके में स्थित कामगार मैदान में खत्म हुआ। मोर्चें में हजारों लोग शामिल हुए।

मोर्चे में शामिल लोग लव जिहाद, धर्मांतरण और धर्म के नाम पर जमीन हड़पने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कानून बनाने की मांग कर रहे थे। मुंबई से पहले राज्य में इस तरह के 30 मोर्चे निकाले जा चुके हैं। इसकी शुरुआत पिछले साल नवंबर महीने में परभणी में निकाले गए मोर्चे से हुई थी। आने वाले कुछ महीनों में राज्यभर में 150 मोर्चे निकालने की तैयारी है। मोर्चे में शामिल हुए मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि पूरा समाज एक भावना से इकठ्ठा हुआ है। हम चाहते हैं कि जिस तरह से हिंदू लड़कियों को फंसाया जा रहा है उस पर रोक लगनी चाहिए। मोर्चा सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि लोगों की भावना सरकार तक पहुंचाने के लिए है।

वहीं मोर्चे को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद और प्रवक्ता संजय राऊत ने तंज कसते हुए कहा कि हिंदुओं का राज आने की बात करने वाले और खुद को हिंदू बताने वाले नेता ही न्याय न मिलने के चलते आक्रोश मोर्चा निकाल रहे हैं। उन्हें शिवसेना भवन के सामने आकर आक्रोश दिखाना पड़ा क्योंकि हिंदुओं के लिए आज भी शिवसेना भवन ही उम्मीद की आखिरी किरण है। वहीं राकांपा नेता अजित पवार ने कहा कि इस तरह की चीजों से बिना वजह समाज में दरार डालने की कोशिश की जा रही है। हर किसी को दूसरे धर्म का सम्मान करना चाहिए। मैं चाहता हूं कि लोग धर्म का पालन घर और मंदिर, मस्जिद चर्च में करें और बाहर भारतीय नागरिक की तरह व्यवहार करें।

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