महाराष्ट्र में चल रहे 4 लाख अवैध ऑटो रिक्शा, ओला-उबेर टैक्सी सेवा के लिए CNG अनिवार्य

महाराष्ट्र में चल रहे 4 लाख अवैध ऑटो रिक्शा, ओला-उबेर टैक्सी सेवा के लिए CNG अनिवार्य

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-16 12:50 GMT
महाराष्ट्र में चल रहे 4 लाख अवैध ऑटो रिक्शा, ओला-उबेर टैक्सी सेवा के लिए CNG अनिवार्य

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में चार लाख ऑटोरिक्शा अवैध तरीके से सड़कों पर चलते हैं। सरकार ने इन रिक्शा चालकों को लाइसेंस लेने के लिए मार्च महीने तक का समय दिया है। यदि जरूरत पड़ी तो यह समय एक-दो महीने और बढ़ाया जाएगा। लेकिन इसके बाद यदि सड़कों पर अवैध रिक्शा दिखाई दिया तो उसे जब्त कर लिया जाएगा। विधान परिषद में प्रदेश के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एप आधारित ओला और उबर टैक्सी को सीएनजी पर चलाना अनिवार्य किया जाएगा। साथ ही शहरों में ओला और उबर टैक्सी को सिटी टैक्सी का दर्जा दिया जाएगा। इन टैक्सी चालकों को सीएनजी पर ही गाड़ी चलानी होगी।

विधानपरिषद में हुई ऑटो-टैक्सी चालकों की मनमानी पर चर्चा
शुक्रवार को सदन में राष्ट्रवादी कांग्रेस सदस्य आनंद ठाकुर ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से मुंबई के रिक्शा और टैक्सी चालकों की मनमानी से यात्रियों को होने वाली परेशानी का मुद्दा उठाया था। इस पर जवाब देते हुए परिवहन मंत्री रावते ने कहा कि परिवहन विभाग ने रिक्शा और टैक्सी चालकों की मनमानी के खिलाफ शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 1800220110 और हेल्पलाइन नंबर 62426666 की सुविधा शुरु की है। इस नंबर पर यात्री शिकायत कर सकते हैं। इस टोल फ्री नंबर और हेल्पलाइन नंबर के बारे में यात्रियों को जानकारी प्राप्त हो। इसके लिए सार्वजनिक स्थलों के अलावा रिक्शा-टैक्सी में स्टीकर लगाए जाएंगे।

नागपुर में अवैध रूप से चलते हैं छह सीटों वाले रिक्शा
इसी बीच भाजपा सदस्य गिरीश व्यास ने नागपुर में अवैध रूप से चलाए जाने वाले छह सीटों वाले रिक्शे का मुद्दा उठाया। इस पर रावते ने कहा कि समय सीमा खत्म होन के बाद भी चलाए जा रहे छह सीटों वाले आटोरिक्शा को जब्त किया जाएगा। रावते ने कहा कि छह सीटों वाले रिक्शा के पर्याय के रूप में सिटी टैक्सी सेवा शुरू की गई है।

रिक्शा और टैक्सी चालकों की मनमानी से विधायक परेशान
इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस की सदस्य विद्या चव्हाण ने मुंबई के रिक्शा चालकों की मनमानी का मुद्दा उठाया। चव्हाण ने कहा कि तीन दिन पहले मुझे मुंबई के विलेपार्ले से गोरेगांव जाना था। पर तीन रिक्शा चालकों ने जाने से इंकार कर दिया। फिर मैं एक रिक्शा में जबरदस्ती बैठ गई। वह रिक्शा चालक ठीक ढंग से रिक्शा नहीं चला रहा था। यह देख मेरे निजी सहायक (पीए) ने रिक्शा चालक को मारा। यह देख कर लगभग 50 रिक्शा चालक जुट कर हंगामा करने लगे। इस पर रावते ने कहा कि रिक्शा चालकों की इस तरह की मनमानी को रोकने के लिए होमगार्ड की मदद लेने का प्रयास किया जाएगा।

रावते ने कहा कि गोरेगांव में रिक्शा मीटर से छेड़छाड़ का रैकेट चलता है। इस रैकेट को उजागर करके संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य प्रकाश गजभिये ने कहा कि विधायकों को मुंबई सीएसएमटी स्टेशन पर आने के बाद विधानभवन में आने के लिए टैक्सी नहीं मिलती है। इसके जवाब में रावते ने कहा कि परिवहन पुलिस को उचित निर्देश दिए जाएंगे।

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