जिले में चल रहे थे चार फर्जी नशा मुक्ति केंद्र, छापामार कार्रवाई में हुआ खुलासा

बीड जिले में चल रहे थे चार फर्जी नशा मुक्ति केंद्र, छापामार कार्रवाई में हुआ खुलासा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-11 12:14 GMT
जिले में चल रहे थे चार फर्जी नशा मुक्ति केंद्र, छापामार कार्रवाई में हुआ खुलासा

डिजिटल डेस्क, बीड। बीड सहित जिले के केज, मोरेवाडी और वाघाला नशा मुक्ति केंद्रों पर शनिवार को छापामार कार्रवाई की गई। जिला शल्यचिकित्सक डॉक्टर सुरेश साबले के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग दस्ते ने पुलिस की मदद से छापा मार कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया। बताया जा रहा है कि नशा मुक्ति केंद्रों के फर्जी होने की पुष्टी हुई है। अंबाजोगाई तहसील के वाघाला नवजीवन नशा मुक्ति केंद्र में शारीरिक संबंध बनाने से इंकार करने वाली महिला डॉक्टर को मानसिक रोग बता कमरे में बंद कर दिया गया। मरीजों को एक्सपायरी दवा खिलाकर जान से खिलवाड़ के आरोप में थाने में मामला दर्ज किया गया था। मीडिया में खबरें आने के बाद स्वास्थ्य विभाग एक्शन मोड में आया। 

जिला शल्यचिकित्सक डॉक्टर सुरेश साबले के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग दस्ते के डाक्टर शहाणे, डॉक्टर राम आव्हाड ने शनिवार को पुलिस की मदद से जिले के 3 नशामुक्ति केंद्र में छापा मार जायजा लिया, उधर बीड शहर में नशा मुक्ति केंद्र पर खुद डॉक्टर सुरेश साबले जायजा लेने पहुंचें, तो नशा मुक्ति केंद्र फर्जी निकला। इसके बाद  चारों नशा मुक्ति केंद्र अनाधिकृत होने का मामला सामने आया है। मौके पर से एक्सपायरी दवा जब्त कर ली गई है।

जिला शल्यचिकित्सक डॉक्टर सुरेश साबले के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के चार नशामुक्ति केंद्रों का जायजा लिया, सभी फर्जी नशामुक्ति केंद्र होने की पुष्टी हुई है। नशामुक्ति केंद्र सील कर संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया जा रहा है।

उपचार के नाम से लोगों से लूट 

नशे में धुत लोगों का उपचार कर नशा मुक्त किया जाता है। लेकिन जिले के चार अनाधिकृत नशा मुक्ति केंद्रों में  मरीजो के परिजन से नशा मुक्त कराने का वादा कर 90 दिनो के लिए 50 से 60 हजार रूपए लिए जाते हैं। उन्हें नशामुक्ति केंद्र में झाडू लगाने के अलावा दूसरे काम भी करवाए जाते हैं। 

 

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