सप्ताह में 4 दिन जलापूर्ति, पानी बर्बादी पर होगा एफआईआर दर्ज
सप्ताह में 4 दिन जलापूर्ति, पानी बर्बादी पर होगा एफआईआर दर्ज
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बारिश के मुंह मोड़ लेने से शहर में जलापूर्ति के हालात और बिगड़ने के आसार हैं। जलापूर्ति समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है। अब तोतलाडोह जलाशय के डेड-स्टॉक से मनपा को पानी मिलना भी बंद हो गया है। नवेगांव खैरी में जो पानी बचा है, अब उससे ही जलापूर्ति होगी। मौजूदा स्थिति में नवेगांव खैरी से 318.34 एमएलडी जलापूर्ति हो रही है। जलाशय की स्थिति में कोई सुधार नहीं होने से मनपा सत्तापक्ष-प्रशासन ने अगले एक महीने तक यानी 22 अगस्त एक दिन अंतराल से जलापूर्ति जारी रखने का निर्णय लिया है। सप्ताह में चार दिन जलापूर्ति होगी। बुधवार, शुक्रवार और रविवार को पहले की तरह जलापूर्ति नहीं होगी।
हॉस्पिटल, होटल्स की होगी जांच
शहर के हॉस्पिटल, होटल, शैक्षणिक संस्था, मंगल कार्यालय सहित सभी बड़े प्रतिष्ठानों की भी जांच की जाएगी। जांच में देखा जाएगा कि कहीं पानी का बेजा इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा विविध सरकारी कार्यालयों में, शासकीय संस्थानों को मनपा द्वारा पत्र जारी किया जाएगा। सभापति पिंटू झलके ने कहा कि अनेक सरकारी कार्यालयों में पानी के लीकेज हैं। ऐसे संस्थान, कार्यालयों को मनपा द्वारा पत्र देकर वहां जलापूर्ति करने वाली पाइपलाइन व नल दुरुस्ती का निवेदन किया जाएगा।
निर्णय पर पुनर्विचार
जलप्रदाय समिति के सभापति पिंटू झलके व प्रभारी आयुक्त रवींद्र ठाकरे ने कहा कि अगर इस बीच अच्छी बारिश होती है और जलस्तर में सुधार होता है तो निर्णय पर पुनर्विचार किया जाएगा। जलसंकट की भयावह स्थिति को देखते हुए मनपा ने स्विमिंग पूल, मैदान और निर्माणकार्यों पर ‘पानी-बंदी’ का आदेश दिया है। यहां मनपा के पानी का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। अगर कोई मनपा से मिलने वाले पानी का उपयोग करता पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। जिनके पास अपना कोई जलस्रोत है तो वे उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन मनपा के पानी का नहीं।
जलापूर्ति की समीक्षा की गई
पिछले सप्ताह एक दिन अंतराल से जलापूर्ति का निर्णय लिया था। इसकी मियाद खत्म होने पर सोमवार को फिर बैठक की गई। मनपा मुख्यालय की नई प्रशासकीय इमारत में मनपा आयुक्त कक्ष में बैठक के दौरान एक दिन अंतराल से जलापूर्ति कायम रखने का निर्णय लिया। बैठक में उपमहापौर दीपराज पार्डीकर, स्थायी समिति सभापति प्रदीप पोहाणे, प्रभारी आयुक्त रवींद्र ठाकरे, जलप्रदाय समिति के सभापति पिंटू झलके, उपसभापति भगवान मेंढे, अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, जलप्रदाय विभाग की कार्यकारी अभियंता श्वेता बैनर्जी, ओसीडब्ल्यू के सीईओ रॉय, के.एम.पी. सिंह उपस्थित थे। बैठक में जलापूर्ति की समीक्षा की गई। कार्यकारी अभियंता श्वेता बैनर्जी ने बताया कि पहले नवेगांव खैरी जलाशय से औसत 500 एमएलडी पानी रोजाना मिलता था, लेकिन पानी कटौती के बाद औसत 320 एमएलडी हो गया है। हर दिन 180 एमएलडी पानी उठाया जा रहा है। सात दिन में 1260 एमएलडी पानी की बचत की है।